कोलकाता : पश्चिम मेदिनीपुर के कांथी में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की सभा के बाद यह क्षेत्र रणक्षेत्र बन गया. अमित शाह की सभा में आये भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ियों में तोड़फोड़ करने, पेट्रोल पंप में आग लगाने व दूरमठे स्थित तृणमूल कांग्रेस के पार्टी कार्यालय पर हमले की घटना से राज्य की सियासत गरमा गयी है.
इसके बाद से कांथी के विभिन्न मार्गों पर तृणमूल कांग्रेस ने अवरोध शुरू कर दिया. इससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ. तृणमूल और भाजपा के पार्टी नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी को चेतावनी देते हुए कहा कि इस प्रकार की कोशिशों से भाजपा का कार्यकर्ता ना डरने वाला है और ना ही झुकने वाला. ये ममता जी को बहुत महंगा पड़ेगा. भाजपा के महासचिव संजय सिंह ने आरोप लगाया कि सभा में जिले के विभिन्न हिस्सों से भाजपा समर्थक विभिन्न हिस्सों से वाहनों से आये थे. सभी वाहन 116 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खड़े थे. जब सभा चल रही थी उस वक्त तृणमूल कांग्रेस के समर्थक वाहनों में तोड़-फोड़ शुरू कर दिया. जबतक भाजपा समर्थक वहां पहुंचते वे भाग खड़े हुए.
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल राय ने आरोप लगाया कि जिस तरह से सत्ता पक्ष लोकतंत्र का गला घोट रहा है, यह देश के लिए घातक है. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस के सांसद शिशिर अधिकारी ने कहा कि इलाके में अशांति पैदा करने के लिए भाजपा ने खुद ही इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि सभा में शामिल होने के लिए ओड़िशा से भाजपा समर्थकों को लाया गया था, लेकिन सभा में लोगों की कम संख्या देखकर निराश हो गये और दूरमठे में तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में तोड़फोड़ की. उन्होंने भाजपा पर राज्य में अशांति पैदा करने का आरोप लगाया.