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क्लास रूम से अधिक कोर्ट कक्ष से मिलेगा लॉ का ज्ञान

कोलकाता : हेरीटेज लॉ कॉलेज के बीएएलएलबी के नये बैच का अधिष्ठापन कार्यक्रम ‘कॉनकोर्ड 2018’ का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कर्नाटक हाइकोर्ट के पूर्व जस्टिस शुभ्रो कमल मुखर्जी ने किया. उन्होंने छात्रों से कहा कि कानून की पढ़ाई के कई व्यावहारिक पहलू हैं. इसमें क्लास रूम […]

कोलकाता : हेरीटेज लॉ कॉलेज के बीएएलएलबी के नये बैच का अधिष्ठापन कार्यक्रम ‘कॉनकोर्ड 2018’ का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कर्नाटक हाइकोर्ट के पूर्व जस्टिस शुभ्रो कमल मुखर्जी ने किया. उन्होंने छात्रों से कहा कि कानून की पढ़ाई के कई व्यावहारिक पहलू हैं.
इसमें क्लास रूम से ज्यादा, छात्र कोर्ट कक्ष में जाकर व्यावाहिरक मामलों के अध्ययन से बेहतर सीख सकते हैं. उनको विभिन्न आइपीसी धाराओं की व्यावहारिक जानकारी भी हासिल होगी. अपने मुवक्किल से डील करते समय उनको कैसे पेश आना चाहिए, क्या दक्षता उनको दिखानी है, इसके भी काफी टिप्स उन्होंने छात्रों के साथ साझा किये. कार्यक्रम में आइपीएस, (डीजी एंड आइजीबी, एससीआरबी, पश्चिम बंगाल) डीपी तरेनिया विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हेरीटेज अपने छात्रों को करियर के कई बेहतर विकल्प दे रहा है. अधिष्ठापन व ओरिएंटेशन कार्यक्रम में हेरीटेज ग्रुप ऑफ इटीट्यूशंस के चैयरमेन एचके चाैधरी ने कहा कि स्कूल के पाठ्यक्रम में भी कानून की पढ़ाई का कुछ अंश होना चाहिए ताकि हर छात्र को अपने संवैधानिक अधिकारों की जानकारी हो.
कार्यक्रम में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के लॉ विभाग के डीन डॉ जेके दास ने भारत में कानून की पढ़ाई का विषय कैसे आया, इसकी व्याख्या करते हुए कहा कि कलकत्ता विश्वविद्यालय ने विभिन्न कॉलेजों को कानून की मूल्यपरक शिक्षा देने के लिए इस इंटीग्रेटेड प्रोग्राम को तैयार किया. हेरीटेज लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. एसएस चटर्जी ने कहा कि हमारे कॉलेज में छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कई अवसर हैं. छात्र यहां से लॉ पढ़ने के बाद अच्छी नाैकरी हासिल कर सकते हैं.
कल्याण भारती ट्रस्ट के निदेशक प्रबीर राय ने भी छात्रों को प्रेरित किया. हेरीटेज ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशंस के सीइओ पी के अग्रवाल ने कहा कि कानून की पढ़ाई के बाद छात्र वकील तो बनेंगे ही लेकिन हमारी शिक्षा प्रणाली इस तरह तैयार की गयी है कि ताकि हमारे छात्र अपने मूल्यों के साथ अपना सामाजिक दायित्व भी निभा सकें.

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