West Bengal: पश्चिम बंगाल के पानागढ़ रेलवे स्टेशन संलग्न 103 नंबर रेल गेट के पास रविवार सुबह करीब डेढ़ घंटे तक फाटक बंद रहा. जिसके बाद गेट पर फंसे सैकड़ों लोगों ने गेटमैन की उदासीनता के खिलाफ जमकर विक्षोभ जताया. इसके कारण डाउन दुरंतो एक्सप्रेस तथा अप पूर्वा एक्सप्रेस समेत राजबांध तथा दुर्गापुर में काठगोदाम और लोकल ट्रेन रुक गई. स्थानीय आक्रोशित लोगों का आरोप था कि सुबह 9:10 से 103 नंबर रेल गेट बंद रहा.घंटो कड़ी धूप में लोग वाहन लेकर खड़े रहे. वाहन में मरीज भी पड़े रहे. बावजूद इसके रेल गेट नहीं खोला गया. इसके बाद स्थानीय अक्रोशित हो गए. लोगों ने केबिन मैन के इस आचरण और उदाशीनता को देखते हुए करीब 1 घंटे से ज्यादा समय तक रेल गेट को अवरोध कर दिया.
वहीं, आक्रोशित लोगों ने रेल लाइन पर खड़े हो गए और जमकर विक्षोभ जताया. तनाव और उत्तेजना बढ़ता देख मौके वारदात पर पानागढ़ आरपीएफ पोस्ट के वरिष्ठ निरीक्षक, निरीक्षक समेत अन्य अधिकारी और जवान मौके पर पहुंचे और आक्रोशित जनता को मनाने की कोशिश की. स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रतिदिन ही इस तरह का मामला यहां पर देखने को मिल रहा है. घंटों घंटों लोग रेल गेट में फंसे रहते हैं. लेकिन गेटमैन या केबिन मैन को आम जनता की कोई चिंता नहीं है. यात्री, एंबुलेंस में मरीज फंसे रहते हैं लेकिन गेट मेन जल्दी गेट नहीं खोलते है. स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि हाल ही में 103 नंबर रेल गेट में ट्रेन और वाहन के प्रवेश कर जाने के बाद से रेलवे के उच्च अधिकारियों ने पानागढ़ के दो रेल कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था. नौकरी नहीं जाने के भय से भी अब गेट मेन अथवा केबिन अधिकारी जल्द गेट नही खोलना चाहते है.
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