पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और आश्रित को नौकरी देने की मांग क्षेत्र में उत्तेजना के मद्देनजर पुलिस टीम कर रही गश्त जामुड़िया. जामुड़िया के रुईदास पाड़ा में शुक्रवार को एक दुखद घटना हुई, जिसमें निजी माइनिंग कंपनी के डंपर की टक्कर से समीर रुईदास नामक युवक की जान चली गयी. इस घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित होकर हिंसक विरोध प्रदर्शन करने लगे. उस दौरान दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की गयी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, समीर रुईदास स्थानीय फुटबॉल मैदान में फुटबॉल मैच देखने गया था, तभी तेज रफ्तार डंपर ने उसे कुचल दिया. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. इस घटना ने स्थानीय समुदाय को गहरा सदमा पहुंचा. घटना को लेकर स्थानीय लोग माइनिंग कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. स्थानीय हरेकृष्ण रुईदास ने बताया, “समीर एक मेहनती युवक था और उसके पिता टोटो चलाते हैं. समीर के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाये और स्थानीय युवाओं को खदान में नौकरी दी जाये. घटना के बाद, लोगों ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया और माइनिंग कंपनी के वाहनों को निशाना बनाया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. तनाव को देखते हुए क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं, इस घटना के बारे में प्रोजेक्ट मैनेजर हीरु दे से बात की, तो उन्होंने कहा, “मैं उस समय घटनास्थल पर नहीं था, इसलिए मुझे घटना की पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन, घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, और हम इसकी जांच कर रहे हैं. यदि सुरक्षा में कोई चूक पाई जाती है, तो हम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाएँगे. इस घटना ने स्थानीय समुदाय में माइनिंग कंपनियों की सुरक्षा प्रथाओं के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं. लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जांच करे और दोषियों को दंडित करे.
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