आसनसोल.
ऑनलाइन लाइफ सर्टिफिकेट जमा देने के चक्कर में कोकओवन थाना क्षेत्र के दुर्गापुर 11, दक्षिणायन इलाके के निवासी व पंजाब नेशनल बैंक(पीएनबी) के पूर्व कर्मचारी देबाशीष सरकार बुरी तरह से फंस गये. फेसबुक लिंक पर क्लिक करके दिये गये नंबर पर कॉल किया, कोई जवाब नहीं मिला. तुरंत उसी नंबर से कॉल आया, जिसके बाद उनके साथ जीवन का सबसे बड़ा हादसा हो गया. साइबर क्राइम के शातिरों ने उनके खाते से दो बार में पांच-पांच करके कुल 10 लाख रुपये निकाल लिये. श्री सरकार ने इसकी शिकायत स्थानीय थाने में की, जिसके आधार पर केस नंबर 132/25 में बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/61(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू की गयी.ऐसे हो गयी साइबर ठगी
पीएनबी के पूर्व कर्मचारी श्री सरकार ने अपनी शिकायत में बताया कि ऑनलाइन के माध्यम से अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा देने के उद्देश्य से उन्होंने फेसबुक लिंक पर क्लिक किया और वहां दिये गये नम्बर 9679159523 नम्बर पर कॉल किया. कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. बाद में उसी नंबर से एक अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया, कॉल करनेवाले ने खुद को पीएनबी पेंशनर्स लाइफ सर्टिफिकेट डिपार्टमेंट मुंबई ऑफिस का अधिकारी बताया और ऑनलाइन लाइफ सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिये उनके व्हाट्सएप अकाउंट पर भेजी गयी एक फाइल पर क्लिक करने की सलाह दी. श्री सरकार ने उसपर भरोसा करके अपने बैंक खाते का पूरा विवरण और एटीएम कार्ड नम्बर उपलब्ध करा दी. फर्जी अधिकारी ने उन्हें कहा कि पीएनबी वन ऐप अगले दिन सुबह दस बजे तक निष्क्रिय रहेगा. ऐप को जब उन्होंने दोबारा खोला तो पाया कि उनके पेंशन खाते से पांच-पांच लाख करके दो बार में 10 लाख रुपये की निकासी हुई है. जिसकी शिकायत उन्होंने कोक ओवन थाने में दर्ज करायी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

