वॉटर प्रोजेक्ट के लिए पाइप लाइन बिछाने के नाम पर वसूली व धमकी का आरोप जामुड़िया. निंघा में गुंजन पार्क के पास खेती कर रहे किसानों पर तब संकट आ गया, जब सरकारी वाटर प्रोजेक्ट के तहत पाइपलाइन बिछाने के लिए उनकी खेत में खड़ी फसल को कथित तौर पर नष्ट कर दिया गया. एक पीड़ित महिला किसान ने बताया कि इस कार्रवाई से उनकी लगभग 10,000 गोभियां बर्बाद हो गयीं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक क्षति हुई है. महिला व उनके बेटे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अमित व सत्येंद्र प्रसाद नामक कुछ लोग उनसे पैसों की वसूली करते हैं और विरोध करने पर उन्हें धमकाते और मारपीट भी करते हैं. उन्होंने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि वे छोटे किसान हैं और खेती करके ही अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. इस तरह की धमकियों और खड़ी फसल को नष्ट किए जाने से उनके सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है. पीड़ित महिला ने बताया कि बिना किसी पूर्व सूचना के उनकी तैयार गोभी की फसल को उजाड़ दिया गया, जिससे उन्हें काफी निराशा हुई है. उन्होंने स्थानीय प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने और उन्हें न्याय दिलाने की गुहार लगाई है. उनका कहना है कि इस तरह की मनमानी और वसूली से किसानों का मनोबल टूटता है और खेती करना मुश्किल होता जा रहा है,जबकि वह लोग 70 वर्षो से रह रहे है.जमीन का खजाना (टेक्स) भी जमा करते हैं. इस घटना ने इलाके के अन्य किसानों के बीच भी चिंता पैदा कर दी है. वे भी इस बात से आशंकित हैं कि कहीं उनके साथ भी ऐसा न हो. किसानों ने मांग की है कि प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जांच करे और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे, साथ ही पीड़ित किसानों को उनके नुकसान का मुआवजा भी दिलाया जाए.
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