10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रंजिश में चचेरे चाचा ने की हत्या

खुलासा. एक माह के अंदर जामुड़िया पुलिस ने किया हत्याकांड का उद्भेदन निंघा(आसनसोल) : निंघा नेशनल हाइवे दो के किनारे स्थित महर्षि सदाफल महाराज आश्रम के समीप रहनेवाली विधवा मुन्नी देवी के बड़े 11 वर्षीय पुत्र सुमित पांडे की हत्या का उद्भेदन जामुड़िया थाना पुलिस ने एक माह के भीतर ही कर लिया है. इस […]

खुलासा. एक माह के अंदर जामुड़िया पुलिस ने किया हत्याकांड का उद्भेदन
निंघा(आसनसोल) : निंघा नेशनल हाइवे दो के किनारे स्थित महर्षि सदाफल महाराज आश्रम के समीप रहनेवाली विधवा मुन्नी देवी के बड़े 11 वर्षीय पुत्र सुमित पांडे की हत्या का उद्भेदन जामुड़िया थाना पुलिस ने एक माह के भीतर ही कर लिया है. इस मामले में उसके चचेरे चाचा संजय पांडे को गिरफ्तार किया गया है.
उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. उसकी निशानदेही पर घटनास्थल से उसका चप्पल भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस गुरुवार को उसे आसनसोल महकमा कोर्ट में पेश करेगी. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) राकेश कुमार सिंह ने कहा कि संजय ने पारिवारिक रंजिश के कारण उसकी हत्या की है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीते पांच नवंबर को श्रीपुर क्षेत्र अंतर्गत विवेकानंद स्टेडियम के समीप झाड़ियों में 11 वर्षीय सुमित का शव पाया गया था. वह आसनसोल डीएवी स्कल में पांचवीं कक्षा का छात्र था. उसके पिता शैलेश पांडे की मौत वर्ष 2005 में ही हो गयी थी तथा उसकी मां मुन्नी देवी अपने चचेरे ससुर मुणि महेश पांडे के साथ अपने दो बच्चों के साथ रहती थी.
घटना के समय मुन्नी देवी अपने मायके गयी हुयी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुमित की हत्या गला दबा कर किये जाने की पुष्टि की गयी थी. पुलिस उसी समय से हत्या से जुड़े सभी पहलुओं की गहरायी से जांच कर रही थी. उसकी मां मुन्नी देवी ने इस मामले में कोलियरी कर्मी उमेश प्रसाद पर हत्या का संदेह जताया था. लेकिन उसके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं दिया गया था तथा वह मामला आश्रम के संचालन के विवाद से जुड़ा था.
सूत्रों के अनुसार मुन्नी या उसके पुत्रों का किसी से ऐसी दुश्मनी नहीं थी कि उसकी हत्या कर दी जाये. इसके कारण पुलिस ने अपनी जांच परिवार के सदस्यों के बीच केंद्रित कर दी. घटना के समय जब सुमित लापता हुआ था तो उसका चचेरा चाचा सोमनाथ पांडे उर्फ सोनू मोटरसाइकिल से गिर कर घायल हो गया था.
घटना की रात तथा शव बरामदगी के समय भी उसने अपने जख्मों की मरहम पट्टी करायी थी. उसी समय से उसके आसपास शक का दायरा गहराने लगा था. पुलिस ने परिवार के हर सदस्यों की गतिविधियों पर गहराई से नजर रखी हुयी थी. बुधवार को इस मामले में संजय को गिरफ्तार कर लिया गया.
संजय ने सुमित की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. उसने पुलिस को बताया कि उसके चचेरे भाई शैलेश पांडे की मौत हो जाने के बाद उसकी भाभी मुन्नी अपने बच्चों के साथ उसके परिवार के साथ ही रहने लगी थी. उसके पिता मुणि महेश पांडे की अंतरंगता उसकी चचेरी भाभी के प्रति अधिक थी. वह अपना अधिकांश समय भाभी के साथ ही गुजारते थे.
उसके दोनों बेटों को हर सुविधा उपलब्ध होती थी. जबकि उसके पिता का प्यार-दुलार उसके भाई व बहनों को नहीं मिलता था. वे बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित रहते थे. काफी समझाने के बाद भी पिता पर इसका कोई असर नहीं हो रहा था. इधर सुमित व उसके छोटे भाई के प्रति उसका आक्रोश बढ़ता जा रहा था. उसने कहा कि नवंबर के पहले सप्ताह में सुमित की मां मायके गयी हुयी थी और सुमित अकेला था. उसके लिए यही सही मौका लगा.
चार नवंबर की संध्या में वह सुमित को अपने साथ विवेकानंद स्टेडियम के निकट ले गया तथा गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. सुमित ने अंतिम समय में काफी प्रतिवाद किया. लेकिन आक्रोश में उसने उसे कोई मौका नहीं दिया. मौत हो जाने के बाद उसने उसका शव पास की झाड़ियों में फेंक दिया. इस अफरा-तफरी में उसका चप्पल वहीं छूट गया. डर के मारे वह चप्पल लेने नहीं गया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घटनास्थल के पास से उसका चप्पल बरामद किया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हत्या में संजय की संलिप्तता की जानकारी परिवार के कुछ सदस्यों को भी थी.लेकिन सभी ने चुप्पी साध रखी थी. सुमित की मां मुन्नी देवी के बयान के बाद इस मामले में बर्फ गलना शुरू हुआ. संजय के बड़े भाई सोमनाथ पांडे ने जब देखा कि संजय के खिलाफ पुलिस का फंदा कसने लगा है तो उसने हत्या की जिम्मेवारी अपने सर लेने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने अपनी जांच जारी रखी. कई बार की पूछताछ के बाद सच्चाई सामने आ गयी तथा पुलिस ने संजय को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हत्या के आरोपी की उम्र को लेकर विवाद है. उसकी जांच की जा रही है. यदि वह बालिग निकला तो उसे आसनसोल महकमा कोर्ट या नाबालिग होने पर बर्धबान स्थित जुबेलेनाइल कोर्ट में चालान किया जायेगा.
बुधवार को गिरफ्तारी होने के बाद मुणि महेश पांडे के परिवार के सभी सदस्य कहीं बाहर चले गये. उनके घर व होटल में कोई भी पारिवारिक सदस्य मौजूद नहीं था. इस कारण इस मामले में परिवार के सदस्यों की टिप्पणी नहीं मिल सकी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें