कोयला चोरों की परेशानी बढ़ी, सभी मामलों में दर्ज की जा रही है प्राथमिकी
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556 टन अवैध कोयला जब्त
कोयला चोरों की परेशानी बढ़ी, सभी मामलों में दर्ज की जा रही है प्राथमिकी रूपनारायणपुर : ईसीएल की खदानों में कोयला चोरी रोकने और कंपनी के लीजहोल्ड एरिया में अवैध खनन पर अंकुश लगाने को लेकर सतर्कता विभाग के अनुशंसा पर कंपनी द्वारा गठित टास्क फोर्स (टीएफ) ने अपने डेढ़ माह के कार्यकाल में 13 […]
रूपनारायणपुर : ईसीएल की खदानों में कोयला चोरी रोकने और कंपनी के लीजहोल्ड एरिया में अवैध खनन पर अंकुश लगाने को लेकर सतर्कता विभाग के अनुशंसा पर कंपनी द्वारा गठित टास्क फोर्स (टीएफ) ने अपने डेढ़ माह के कार्यकाल में 13 छापामारी अभियान चलाया और इस दौरान 556 टन अवैध कोयला जब्त की गयी. साथ ही तीन जगहों पर 43 अवैध खदानों को भर दिया गया. आठ एरिया और दो वर्कशाप से कुल 21 सुरक्षा अवर निरीक्षकों को लेकर यह टीएफ का गठन हुआ है.
इस टीएफ का प्रभार उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी मेजर राजा पाल को दिया गया है. टीएफ का नियंत्रण सीधे मुख्यालय से हो रहा है. टीएफ अपनी रिपोर्टिंग सीधे फंक्शनल डाइरेक्टर (एफडी) को कर रही है. अवैध कोयला कारोबार को रोकने की दिशा में इसे एक सार्थक पहल माना जा रहा है.हालांकि टीएफ को अभी लंबी दूरी तय करनी है.
सनद रहे कि टीएफ के गठन के बाद सात सितंबर को टीएफ ने पहली छापामारी की. इसके बाद से अब तक कम्पनी के विभिन्न एरिया में टीएफ ने कुल 13 छापामारी कर 556 टन कोयला जब्त किया और 43 खदानों की डोजरिंग करवाई. सभी छापामारी की प्राथमिकी स्थानीय थाने में दर्ज हुई. अधिकांश प्राथमिकी में नामजद आरोपी भी बनाया गया. टास्क फोर्स के लगातार चल रहे अभियान से कोयला चोरों की परेशानी बढ़ी है.
टीएफ को मिला है जांच का विशेष अधिकार
कार्मिक निदेशक श्री रंजन ने टीएफ को लेकर जारी अपने आदेश में लिखा कि टीएफ खुफिया सूचना संग्रह करेगी और कोयला चोरी तथा लीजहोल्ड क्षेत्र में अबैध खनन रोकने का कार्य करेगी. किसी भी एरिया के किसी भी इलाके में टीएफ छापामारी और जप्ती कर सकती है. इसकी सूचना एफडी को देगी. टीएफ के प्रमुख, पुलिस और राज्य प्रशासन के साथ संपर्क बनाकर रखेंगे.
सुरक्षा विभाग को मजबूत करने से संबंधित कोई भी सुझाव टीएफ दे सकती है. किसी भी एरिया में वे ब्रिज , रेलवे साईडिंग में जांच कर सकती है. जरूरत के आधार पर कागजातों की भी जांच कर सकती है. किसी भी छापामारी के दौरान जरूरत के आधार पर सीएसआइएफ और पुलिस की मदद ले सकती है. 15 दिन के अंतराल पर एरिया स्तर पर रिपोर्ट मुख्यालय में जमा करना होगा. चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक और एफडी के किसी भी टास्क का पालन करना होगा. टीएफ का नियंत्रण मुख्यालय से होगा.
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