कोलकाता: जब बंगाल में परिवर्तन की हवा चल रही थी तब तृणमूल कांग्रेस को सत्ता की बागडोर दिलाने में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भूमिका काफी प्रमुख रही. यही युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता तृणमूल को जमीन दिखायेंगे. तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार की जन हितैषी योजनाओं का विरोध कर रही है, जो जग जाहिर है. यह बात कांग्रेस के आला नेता शकील अहमद ने कही.
वह बुधवार को केंद्रीय खाद्य सुरक्षा बिल के पक्ष युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित रैली व जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य, प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव सुमन पाल. उत्तर कोलकाता युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंद कोरी, राजेश गुप्ता, एस जावेद, संजीव शर्मा, राधा रमन सहाय समेत अन्य मौजूद रहे. रैली मुख्यालय विधान भवन से शुरू हुई जो रानी रासमणि एवेन्यू पर समाप्त हुई.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा खाद्य सुरक्षा का सबसे ज्यादा फायदा बंगाल को मिलेगा, क्योंकि यहां 70 फीसदी से ज्यादा लोग कृषि पर निर्भर हैं. फिलहाल बंगाल में करीब 34 लाख टन खाद्यान राज्य को मुहैया कराये जाते हैं लेकिन खाद्य सुरक्षा बिल के फलस्वरूप यह बढ़कर लगभग 38 लाख टन हो जायेगा. इतना ही नहीं सब्सिडी में भी इजाफा होगा. यानी केंद्र द्वारा मिलने वाली सब्सिडी 5,900 करोड़ से वृद्धि होकर लगभग 7,700 करोड़ रुपये निर्धारित हो जायेगी. श्री भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि जनहित को ध्यान में रखे बगैर केवल राजनीतिक फायदे के इरादे से राज्य में इसका विरोध किया जा रहा है. कांग्रेस की नीति हमेशा जनका के पक्ष में ही रहेगी.
श्री भट्टाचार्य ने कहा : लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस से गंठबंधन के लिए आला कमान से कोई दिशा निर्देश नहीं है. इसलिए चुनाव की तैयारी कांग्रेस अकेले कर रही है व अकेले ही चुनाव लड़ेगी. हावड़ा लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में तृणमूल और भाजपा में गुप्त समझौता हुआ था. यही वजह है कि भाजपा ने अपने उम्मीदवार का नाम बाद में वापस ले लिया था. कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमले किये जा रहे हैं, प्रशासन खामोश बैठा है.
रैली में शामिल हुए सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता : रैली में राज्य भर से सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए. चौरंगी विधानसभा युवा कांग्रेस कमेटी की रैली का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस सचिव इसलाम खान, चौरंगी विधानसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इमरान खान, जकरिया खान, सुदीप्त सरकार इत्यादि ने किया.