भदोही जिले के रहने वाले संतोष कुमार सिंह लाल गोपालगंज रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर पद पर कार्यरत हैं. वह प्रसिद्ध का पूरा में एक किराये के मकान में रहते हैं. उनके साथ उनका बड़ा पुत्र वैभव सिंह भी रहता था. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था. रविवार शाम संतोष सिंह ड्यूटी पर चले गए थे.कमरे में वैभव हमेशा की तरह अकेला था. सोमवार सुबह पड़ोसियों ने जब वैभव को आवाज दी, लेकिन दरवाजा नहीं खुला. दरवाजे पर दस्तक देने के बाद भी अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. उसके बाद खिड़की से भीतर झांका तो कमरे में वैभव को फंदे से लटकते देख सभी हतप्रभ रह गए.पुलिस को सूचना दी गई कुछ ही देर में फाफामऊ पुलिस आ गई.वैभव के पिता को जब इसकी जानकारी दी गई तो पिता भी सूचना पाकर पहुंचे. कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ , जिसमें लिखा कि बहुत मेहनत किया, लेकिन परिणाम कभी भी सही नहीं आया.
सुसाइड नोट में लिखा…
‘सॉरी मम्मी-पापा.मैंने अपनी तरफ से बहुत मेहनत किया, लेकिन मेरा रिजल्ट कभी भी सही नहीं आया. मम्मी-पापा आप मुझे बेहतर बेटा मानते हैं.मैं हर चीज में फेल हुआ. अपने मम्मी-पापा को खुश भी नहीं रख पाया कभी. मम्मी-पापा आप अपना ख्याल रखना और भईया आप भी. मैं अब इस दुनिया से बहुत दूर जा रहा हूं. अगले जन्म में भी मैं आपका ही बेटा बनना चाहता हूं. मैं हार गया मम्मी-पापा, मैं हार गया. मुझे माफ कर दीजिएगा मम्मी पापा. भाई मैं तो जा रहा हूं सबसे दूर, लेकिन भाई आप कभी मम्मी-पापा से दूर मत होना और मम्मी पापा का ख्याल रखना.’
थाना प्रभारी फाफामऊ ने बताया कि…..
फाफामऊ थाना प्रभारी अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट प्राप्त हुआ जिसे कब्जे में ले लिया गया है. इसकी हर पहलू से जांच की जा रही है. वैभव की मां व छोटा भाई गांव में ही रहते हैं. फिलहाल पिता इतना सहम गए हैं कि कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं. सुसाइड नोट में लिखी बातों से पता चलता है कि वह सफल नहीं हो पा रहा था, जिस कारण शायद उसने आत्महत्या की है.