लखनऊ: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग हादसे में फंसे यूपी के सभी आठ श्रमिक भी सुरक्षित हैं. उत्तराखंड सरकार व अन्य टीमें रेस्क्यू में लगी है और हर जानकारी साझा की जा रही है. फिलहाल रेस्क्यू का कार्य अंतिम चरण में है. जैसे-जैसे मजदूर बाहर आएंगे, उनकी मेडिकल जांच की जाएगी. इसके लिए मौके पर एंबुलेंस के साथ चिकित्सकों की टीम भी मौजूद है. एनडीआरएफ की टीम सुरंग के अंदर रेस्क्यू का सामान लेकर पहुंची है.
उत्तर प्रदेश के कुल 8 श्रमिकों के हादसे में फंसे होने की जानकारी मिली थी. इनमें 6 लोग श्रावस्ती से, एक लखीमपुर खीरी से और एक मिर्जापुर से हैं. उत्तराखंड सरकार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार सभी 8 मजदूरी पूरी तरह सुरक्षित हैं. इनके परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गई है. इससे पहले एसडीएम भिनगा पीयूष जायसवाल ने टनल आपदा में फंसे मजदूरों के परिवारों से मुलाकात की थी. लखीमपुर खीरी के तहसीलदार निघासन ने टनल आपदा में फंसे मजदूर के परिवार से मुलाकात की थी. अन्य मजदूरों के परिवार से भी जिला प्रशासन लगातार संपर्क में है.
एनडीआरएफ की टीम गई सुरंग के अंदर
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने की कोशिशें जारी हैं. इस बीच जिन 40 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी सामने आई है, उनमें कई उत्तर प्रदेश के भी हैं. उत्तर प्रदेश के जो मजदूर टनल में फंसे हुए हैं उनमें मीरजापुर के अखिलेश कुमार हैं. इसके अलावा ग्राम मोतीपुर के अंकित, राममिलन, सत्यदेव, संतोष, जयप्रकाश, राम सुंदर, मंजीत शामिल हैं. इन सभी मजदूरों को पाइप से खाने-पीने का सामान दिया जा रहा है. साथ ही बातचीत के लिये भी यही पाइप जरिया बना है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 12 नवंबर (रविवार) की सुबह ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक धंस गया. जिससे वहां 41 मजदूर फंस गए थे. इनको को बाहर निकालने के लिए बचाव एवं राहत कार्य बीते 17 दिन से चल रहा है. सबसे पहले सोशल मीडिया पर 40 मजदूरों की लिस्ट सामने आयी थी. इसके बाद से इन मजदूरों के परिवार में हड़कंप मच गया था. इसके बाद एक अन्य मजदूर के बारे में जानकारी मिली थी.