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Thursday, March 28, 2024

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अतीक-अशरफ हत्याकांड: लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित है शूटर मोहित, अपराध की दुनिया में नाम कमाने की चाहत

प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर के हत्या करने वाले हत्यारे ने किया खुलासा. मुख्य आरोपी मोहित उर्फ सनी ने पूछताछ में बताया कि वो लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित था. उसने बताया कि वो अतीक-अशरफ को मारकर लॉरेंस बिश्नोई की तरह अपराध की दुनिया में नाम कमाना चाहता था.

Lucknow : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस दोनों को जब प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी, तभी तीन हमलवारों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. अतीक-अशरफ की हत्या के तीनों आरोपियों को घटनास्थल पर ही पकड़ लिया गया. अब इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है. अतीक और अशरफ की सरेआम गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य आरोपी मोहित उर्फ सनी ने पूछताछ में बताया कि वो लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित था. उसने बताया कि वो अतीक-अशरफ को मारकर लॉरेंस बिश्नोई की तरह अपराध की दुनिया में नाम कमाना चाहता था. पूछताछ में उसने बताया कि वो पश्चिमी यूपी के कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी गैंग के साथ भी रहा है. माफिया अतीक अहमद की हत्या करने की पूरी योजना सनी सिंह ने ही बनाई थी.

लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित है मोहित उर्फ सनी

मोहित उर्फ सनी हमेशा लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू और वीडियो देखता था, जिससे वह बिश्नोई के बातों से काफी प्रभावित हो गया था. जिसके बाद संगीतकार सिद्दू मूसे वाला की तरह एक बड़ी हत्या करने का का सपना देखने लगा था. आपको बता दें कि सिद्दू मूसे वाला को पिछले साल 29 मई को लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. माफिया अतीक अहमद को गोली मारने वाले तीन हमलावर में मोहित उर्फ सनी सिंह सबसे खतरनाक अपराधी है, सनी के खिलाफ कुल 17 मुकदमे यूपी के अलग-अलग जिलों में दर्ज हैं. सनी ने बताया कि वह अपना नाम रातोंरात चर्चा में लाना चाहता था, इसलिए उसने हमीरपुर जेल के दौरान लवलेश से दोस्ती को मजबूत बनाया और फिर लवलेश के पुराने साथी अरुण के साथ मिलकर अतीक-अशरफ को मारने की साजिश रची थी.

कोर्ट ने तीनों हत्यारों को 14 दिन के न्यायिक हिरासत भेजा 

गौरतलब है कि बहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अज़ीम अशरफ की शनिवार रात करीब 10 बजे पुलिस हिरासत में ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह हत्या कैमरे में कैद हो गई, क्योंकि इस दौरान पत्रकार उन दोनों भाइयों का पीछा कर रहे थे जिन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था. आपको बता दें कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले सभी हमलावर हत्या के बाद लगभग बीस बार “जय श्री राम” के नारे लगाए थे. रविवार को प्रयागराज कोर्ट में तीनों हत्यारों को पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने तीनों हत्यारों अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. प्रयागराज पुलिस ने तीनों हत्यारों की पुलिस रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने पुलिस की मांग को खारिज कर दिया और तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दे दिया था. उन्हें पहले प्रयागराज की नैनी जेल में रखा गया था, लेकिन सोमवार को सुरक्षा चिंताओं को लेकर उन्हें प्रतापगढ़ जेल ट्रांसफर कर दिया गया.

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