Aaj Ka Panchang 25 अक्तूबर बधवार 2023: पंचांग (Panchang) का खास महत्व है. पंचांग के जरिए शुभ दिन, शुभ मुहूर्त, शुभ योग, दिन के अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति आदि का पता चलता है. पंचांग से दिशाशूल, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी मिलती है. इसके जरिए शुभ कार्य का समय जाना जा सकता है, साथ ही किस समय व्यक्ति को सावधान रहना चाहिए, इसका भी पता चलता है. सनातन परंपरा में किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को शुरू करने से पहले शुभ मुहूर्त पर विशेष ध्यान दिया जाता है. मान्यता है कि शुभ मुहूर्त के दौरान किए गए कार्य से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है. यह परंपरा पौराणिक काल से चली आ रही है. वैदिक शास्त्र के अनुसार, शुभ मुहूर्त वह विशेष समय होता है, जब सौरमंडल में ग्रह और नक्षत्र की स्थिति वशिष्ठ कार्य के लिए शुभ होती है. यही कारण है कि बाधा और समस्याओं को दूर रखने के लिए शुभ मुहूर्त का पालन किया जाता है. पंचांग के मुताबिक आज पितृपक्ष की नवमी का श्राद्ध है. इस दौरान लोग अपने पितरों का श्राद्ध करने के लिए काशी, प्रयागराज जैसे तीर्थस्थल पहुंच रहे हैं. इस दौरान गंगा स्नान का विशेष महत्व है. आज 25 अक्तूबर 2023 दिन बुधवार का पंचांग (Wednesday Panchang) क्या कहता है.
आज का पंचांग: 25 अक्तूबर बुधवार 2023
आज का पंचांग: 25 अक्तूबर बुधवार 2023
श्री शुभ संवत-2080, शाके-1945,
हिजरी सन-1444-45
तिथि: एकादशी, 12:31 तक
नक्षत्र: शतभिषा, 13:21 तक
योग: वृद्धि, 12:12 तक
प्रथम करण: विष्टि, 12:31 तक
द्वितिय करण: बावा, 23:07 तक
वार : बुधवार
सूर्योदय: 06:15
सूर्यास्त: 17:25
चन्द्रोदय: 15:22
चन्द्रास्त: 02:10
शक सम्वत: 1945 सोभाकृतु
अमान्ता महीना: आश्विन
पूर्णिमांत: आश्विन
सूर्य राशि: तुला
चन्द्र राशि: कुंभ
पक्ष: शुक्ल
शुभ और अशुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
अभिजीत: कोई नहीं
अमृत कालम्: 06:44-08:12
अशुभ मुहूर्त
गुलिक काल: 10:26-11:50
यमगण्ड: 07:38-09:02
दूर मुहूर्तम: 02:44-02:46
व्रज्याम काल: कोई नहीं
राहु काल: 11:50-13:14
आज का पंचांग: 25 अक्तूबर 2023: चौघड़िया बुधवार
चौघड़िया के बारे में सटीक चौघड़िया सूची के साथ जानें और दिन का सबसे शुभ समय निर्धारित करें. यदि आप कुछ नया शुरू कर रहे हैं या यात्रा पर जा रहे हैं तो चौघड़िया से आप आज के शुभ मुहूर्त या सबसे अच्छे समय को पूर्व निर्धारित कर सकते हैं. जैसा कि नाम से पता चलता है, चौघड़िया, जो कि वैदिक हिंदू कैलेंडर है, जिसमें 96 मिनट की 'चार घड़ी' शामिल हैं, जिसमें प्रत्येक घड़ी 24 मिनट के बराबर है.
दिन का चौघड़िया-करने योग्य गतिविधियां
लाभ प्रात: 06:14 - 07:38 (नया व्यवसाय, शिक्षा प्रारंभ करें)
अमृत प्रात: 07:38 - 09:01 (सभी प्रकार के कार्य-विशेष रूप से दुग्ध उत्पाद संबंधित)
काल प्रात: 09:01 - 10:25 (मशीन, निर्माण और कृषि संबंधी गतिविधियां)
शुभ प्रात: 10:25 - 11:49 (विवाह, धार्मिक, शिक्षा गतिविधियां)
रोग दोपहर: 11:49 - 13:13 (वाद-विवाद, प्रतियोगिता, विवाद निपटारा)
उद्वेग दोपहर 13:13 - 14:37 (सरकार से संबंधित कार्य)
चार दोपहर 14:37 - 16:00 (यात्रा, सौंदर्य, नृत्य, सांस्कृतिक गतिविधियां)
लाभ शाम 16:00 - 17:24 (नया व्यवसाय, शिक्षा प्रारंभ करें)
रात का चौघड़िया-करने योग्य गतिविधियां
उद्वेग 17:24-19:00 (सरकार से संबंधित कार्य)
शुभ 19:00-20:37 (विवाह, धार्मिक, शिक्षा गतिविधियां)
अमृत 20:37-22:13 (सभी प्रकार के कार्य-विशेष रूप से दुग्ध उत्पाद संबंधित)
चार 22:13-23:49 (यात्रा, सौंदर्य, नृत्य, सांस्कृतिक गतिविधियां)
रोग 23:49-01:26, 26 अक्तूबर (वाद-विवाद, प्रतियोगिता, विवाद निपटारा)
काल 01:26-03:02, 26 अक्तूबर (मशीन, निर्माण और कृषि संबंधी गतिविधियां)
लाभ 03:02-04:38, 26 अक्तूबर (नया व्यवसाय, शिक्षा प्रारंभ करें)
उद्वेग 04:38-06:14, 26 अक्तूबर सरकार से संबंधित कार्य)