रामपुर : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सूबे के पूर्व मंत्री आजम खान ने गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज से उपहार में मिली गाय लौटा दी है जिसके बाद वे एक बार फिर चर्चे में हैं. मामले को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए कोई भी स्वयंभू गौरक्षक गाय की हत्या कर सकता है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने हिंदू संत को लिखे एक पत्र में कहा है कि मुस्लिम असुरक्षा के माहौल में जी रहे हैं…. कोई भी स्वयंभू गौरक्षक मुझे या मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने के लिए गाय को नुकसान पहुंचा सकता है या नहीं तो फिर इस खूबसूरत और लाभकारी जानवर की हत्या भी कर सकता है.
पिछले दिनों अलवर में हुए हमले का जिक्र करते हुए आजम खान ने कहा कि राजस्थान के अलवर में गाय पालने के लिए ले जा रहे मुस्लिमों पर स्वयंभू गोरक्षकों ने हमला कर दिया. हमला इतना जोरदार था कि पहलू खान नामक युवक की मौत तक हो गयी. आगे उन्होंने कहा कि यह हमला मुस्लिमों के लिए संदेश है कि वह गाय पालने का काम न करे.
यहां उल्लेख कर दें कि हिंदू संत ने अक्टूबर 2015 में तब खान को काले रंग की यह गाय गिफ्ट की थी, जब उन्होंने अपनी डेयरी में एक गाय रखने की इच्छा व्यक्त की थी. तभी से यह गाय और उसका बछड़ा आजम खान के तबेले की खूबसूरती बढा रहा था.