लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने दलितों और कमजोर वर्ग के लोगों का शोषण करने का जिम्मेवार भाजपा और संघ को ठहराया. उन्होंने भाजपा और संघ को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दलितों और कमजोर वर्ग के लोगों का शोषण करना दोनों ने नहीं रोका तो वह अपने समर्थकों के साथ हिंदू धर्म त्याग कर भीमराव आंबेडकर की तर्ज पर बौद्ध धर्म अपना लेंगी. बसपा प्रमुख मायावती ने उक्त बातें रविवार को भाजपा और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए नागपुर में कहीं. मायावती ने कहा कि डॉ आंबेडकर ने वर्ष 1956 में नागपुर में ही लाखों लोगों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था. अब वह करोड़ों समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म को अपना लेंगी.
योगी सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद एक भी मामला दलित ऐक्ट के तहत दर्ज नहीं किया गया है. भाजपा सरकार का एजेंडा उद्योगपतियों का हित साधना है. इसलिए भाजपा का जोर कंपनियों के निजीकरण पर है. जल्द ही निजी कंपनियों में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया जायेगा.