लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी सहित कम से कम 31 लोगों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया. अपर पुलिस अधीक्षक (लखनऊ पश्चिम) विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी एस आर दारापुरी और सात अन्य को उस समय गिरफ्तार किया गया जब उन्होंने बिना अनुमति के सार्वजनिक स्थल पर रैली निकालने का प्रयास किया.
रिहा होने के बाद दारापुरी ने कहा, ‘हम यूपी प्रेस क्लब में एकत्र हो रहे थे. हमें दलित उत्पीड़न पर एक संगोष्ठि में भाग लेना था. इस कार्यक्रम में गुजरात सहित अन्य राज्यों के लोग भी आ रहे थे. हमने सड़कों पर कोई प्रदर्शन नहीं किया लेकिन हमें कार्यक्रम करने से रोक दिया गया. अंतत: कार्यक्रम रदद करना पड़ा.’
उन्होंने आरोप लगाया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन किया गया है. दारापुरी ने दावा किया कि उनके साथ आठ लोगों को यूपी प्रेस क्लब के बाहर से गिरफ्तार किया गया जबकि पुराने लखनऊ स्थित रुमी गेट के पास नेहरु युवा केंद्र से 23 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया.
त्रिपाठी ने बताया कि प्रदर्शन के सिलसिले में 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किये गये लोग सहारनपुर में हाल ही में दलितों और ठाकुरों के बीच हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस से सेवानिवृत्त होने के बाद दारापुरी ने राबर्टसगंज से 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा थे.