Lok Sabha Election 2024: साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. वरुण गांधी ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले संकेत दिया है कि वे किस सीट से दांव ठोकेंगे. इसके साथ ही उन्होंने अपने क्षेत्र में तैयारियां भी शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट से भाजपा सांसद वरुण गांधी काफी समय से अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं. जिसके चलते सांसद वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर लगातार नई-नई अटकलें लगाई जा रही हैं. कोई उनके कांग्रेस में जाने की बात कहता है, तो कुछ समाजवादी पार्टी, और संयुक्त विपक्ष गठबंधन के प्रत्याशी होने का दावा करते हैं. हालांकि, वरुण गांधी ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा है. लेकिन, अब यह बात सामने आ रही है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वरुण गांधी सियासी पार्टी का फैसला लेंगे, लेकिन वह चुनाव पीलीभीत लोकसभा सीट से ही लड़ेंगे.
मेनका गांधी की सीट पर नेताओं की निगाह
सांसद वरुण गांधी ने संकेत दे दिए हैं कि वह वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा का चुनाव पीलीभीत से ही लड़ेंगे. वरुण गांधी एक बार फिर पीलीभीत में एक्टिव हो गए हैं. वहीं उनकी मां पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी सुल्तानपुर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर लोकसभा जीती थीं. हालांकि, सपा- बसपा गठबंधन के प्रत्याशी की हार काफी कम अंतर से हुई थी. इसलिए उनके भी सीट बदलने की चर्चा तेज हो गयी है. वहीं सांसद मेनका गांधी के बरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की भी चर्चा है. वह बरेली की आंवला लोकसभा सीट से 200 में सांसद रह चुकीं हैं. मेनका गांधी की सीट पर नेताओं की निगाह लगी है. मगर, भाजपा ने सांसद वरुण गांधी को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. इसके लिए भाजपा ने 2019 लोकसभा चुनाव सपा- बसपा गठबंधन से लड़ने वाले पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा पर दांव लगाने का फैसला लिया है. यह बात लगभग फाइनल है. इसकी घोषणा नगर निकाय चुनाव के दौरान होने की उम्मीद है.
वरुण ने कहा- पीलीभीत से हमारा खून का रिश्ता
सांसद वरुण गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में जनसभा के दौरान कहा था कि उनका लोकसभा क्षेत्र की जनता को परिवार बताया. इसके साथ ही खून का रिश्ता होने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि मैं यहां के लोगों को दुख-दर्द समझता हूं. बता दें कि सांसद वरुण गांधी अपनी ही सरकार को किसानों, और महंगाई के मुद्दे को लेकर काफी समय से घेर रहे हैं. इन मुद्दों को उठाने पर माना जा रहा है कि वह भाजपा से अलग हो सकते हैं. इसके साथ ही आवारा पशुओं को लेकर भी सरकार पर हमला बोला था.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद बरेली