Agra News: आगरा के 'घटिया आजम खां रोड' का नाम रविवार को औपचारिक रूप से 'श्री अशोक सिंघल मार्ग' रखा गया, जिसका नाम पूर्व विहिप नेता अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है. इस दौरान मेयर नवीन जैन ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि, 'यह उन स्थानों के नाम बदलने की प्रक्रिया का हिस्सा है जो गुलामी के दौर की याद दिलाते हैं और यह जारी रहेगा.'
गुलामी की कोई भी निशानी नहीं रखेंगे- मेयर
मेयर नवीन जैन ने कहा कि ‘गुलामी की कोई भी निशानी नहीं रखने देंगे, जो हिन्दूओं को गुलामी याद दिलाये. उन्होंने कहा कि, ‘अशोक सिंघल भगवान राम के सच्चे भक्त थे और राम मंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता.’
राम मंदिर निर्माण में सिंघल का योगदान
सिंघल ने बीएचयू से 1950 में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया. स्नातक से पहले ही वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे. वह हिंदुस्तानी संगीत के प्रशिक्षित गायक भी थे. 20 वर्षों तक विहिप के कार्यवाहक अध्यक्ष रहे. 1984 में दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित विहिप के धर्म संसद में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव पारित हुआ था. इस दौरान अशोक सिंघल ने आगे आकर आंदोलन की नींव रखी और पूरे देश के हिंदू समाज को एकजुट किया. नाम बदलने का फैसला आगरा नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया है.