राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर घमासान शुरू हो गया है. प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा है कि हम कांग्रेस के साथ जी जान से खड़े रहे. लेकिन अब बीजेपी नेताओं का गुणगान किया जा रहा है. मुख्यमंत्री गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं है, बल्कि वसुंधरा राजे हैं. सीएम का भाषण, जो धौलपुर में दिया गया, उससे यह बात साफ हो चुकी है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के राजस्थान दौरे के बीच सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इसमें उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि कांग्रेस कमजोर हो जाए. मैं जनता के बीच जाऊंगा और मुद्दे उठाऊंगा. लोगों के मुद्दे पर मेरा रुख पहले और अब समान है. कुछ लोग मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने जयपुर में कहा कि मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे. यह 125 किमी की यात्रा होगी। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा. कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे बहुत कुछ कहा गया कोरोना, गद्दार आदि. मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था लेकिन हम चुप थे क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है.
गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं. एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी. आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए.