Rourkela News: सुंदरगढ़ जिले के 17 ब्लॉक समेत तीन नगरपालिका (सुंदरगढ़, राजगांगपुर व बिरमित्रपुर) समेत राउरकेला महानगर निगम अंचल में स्थित गिरजाघरों में शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया गया. इस मौके पर चर्च में विशेष प्रार्थना की गयी और यीशु मसीह को सलीब पर लटकाये जाने की स्मृति में उपवास रखा गया. गुड फ्राइडे यीशु मसीह को सूली पर चढ़ाये जाने पर उनके बलिदान की याद में मनाया जाता है. इस अवसर पर विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन कर यीशु मसीह के बलिदान से जुड़े उपदेश दिये गये. गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना में मसीही समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए. साथ ही यीशु की स्मृति में लोगों ने उपवास रखा व विशेष प्रार्थना की. इसके दो दिन बाद रविवार को ईस्टर पर्व मनाया जायेगा.
बंडामुंडा. पापों के प्रायश्चित के लिए हुई प्रार्थना
बंडामुंडा में ईसाई धर्मावलंबियों ने शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया. इस अवसर पर प्रभु यीशु के बलिदान को याद किया गया और अपने पापों के प्रायश्चित के लिए प्रार्थना की गयी. बंडामुंडा रोमन कैथोलिक चर्च में विशेष प्रार्थना में बड़ी संख्या में मसीही समाज के लोग शामिल हुए. फादर जोसेफ पाइस ने कहा कि ईसाई समाज में गुड फ्राइडे का एक अलग और खास महत्व है. जब प्रभु यीशु को सूली पर लटकाया गया, तो उन्होंने सजा देने वालों को कुछ नहीं कहा. सिर्फ प्रार्थना करते हुए उन्होंने इतना ही कहा कि हे प्रभु इन्हें क्षमा कर देना, क्योंकि यह नहीं जानते कि यह क्या कर रहे हैं. उन्हें कई तरह की यातनाएं दी गयीं. सिर पर कांटों का ताज पहनाया गया. हथेलियों और पंजों में कीलें ठोंकी गयीं और फिर सूली पर चढ़ा दिया गया. लगभग तीन घंटे बाद उन्होंने कहा कि हे परमेश्वर पिता मैं अपनी आत्मा को तुझे सौंपता हूं. इतना कहकर उन्होंने अपने प्राण त्याग दिये. उन्होंने कहा कि ईसा मसीह ने मानव कल्याण के लिए दया, क्षमा और समर्पण का संदेश दिया. बंडामुंडा रोमन कैथोलिक चर्च के फादर जोसेफ पाइस वा विश्वासियों ने शाम 3:00 बजे चर्च के मैदान में क्रूस रास्ता झलक का आयोजन किया. प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाने के पूर्व के घटनाक्रम की झांकी दिखायी गयी.लाठीकटा : प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाने की निकली झांकी
दक्षिण राउरकेला के सभी चर्चों में गुड फ्राइडे को लेकर शुक्रवार काे विशेष प्रार्थना की गयी. इसमें जल्दा कैथोलिक चर्च में यीशु के नाम पर प्रार्थना की गयी. इस दौरान अनुयायियों ने ईसा मसीह के क्रूस पर चढ़ने के दृश्य का मंचन किया. इसके बाद प्रार्थना की गयी. इसी प्रकार दुआ का घर चर्च में प्रार्थना की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है