Jharsuguda News: झारसुगुड़ा जिला में भीषण गर्मी ने सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. यहां मंगलवार को अप्रैल का अब तक का सबसे अधिक तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जिले में पिछला सबसे अधिक तापमान 20 अप्रैल, 2010 को 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. जिले में अब तक गर्मी से संबंधित बीमारी के 10 मामले सामने आये हैं, हालांकि सभी मरीजों की हालत स्थिर हैं.
सड़कें रहीं सुनसान, बाजार में नहीं दिखी भीड़
चिलचिलाती गर्मी के कारण लोग घरों के अंदर रहने को विवश हो गये हैं. सड़कें और बाजार विशेष रूप से व्यस्त समय के दौरान सुनसान दिखायी दिये. जिले भर में दैनिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुईं. महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड की चार खुली खदानों और दो भूमिगत खदानों में काम करने वाले खनिकों के लिए स्थिति और भी खराब थी. खदानों में आमतौर पर सामान्य क्षेत्रों की तुलना में तीन से चार डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान दर्ज किया जाता है, जिससे खनिकों के लिए चिलचिलाती गर्मी में काम करना असंभव हो जाता है. ब्रजराजनगर, बेलपहाड़, बंधबहाल और बनहरपाली जैसे प्रमुख शहरों में 47.8 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक तापमान दर्ज किया गया. जिला प्रशासन ने गर्मी से लोगों को बचाने के लिए कई एहतियाती उपाय किये हैं.
जिला अस्पताल में हीट वेव से निबटने की पूरी तैयारी : सीडीएमओ
मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉ महेश मोहन पंडा ने बताया कि सभी पीएचसी, सीएचसी और जिला मुख्यालय अस्पताल में एयर कंडीशनिंग, ओआरएस और आवश्यक दवाओं वाले विशेष हीट स्ट्रोक वार्ड स्थापित किये गये हैं. आशा कार्यकर्ताओं को ओआरएस पैकेट का पर्याप्त भंडार उपलब्ध कराया गया है और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी तैयार हैं. जिलाधीश अबोली सुनील नरवाणे ने क्षेत्र में काम कर रहे उद्योगों को सुबह 10 बजे से शाम 4:00 बजे तक बाहरी काम बंद करने, श्रमिकों के लिए पानी के ब्रेक, आराम और शीतलन व्यवस्था सुनिश्चित करने और सभी प्रभावित क्षेत्रों में निर्बाध बिजली और पानी की आपूर्ति बनाए रखने का निर्देश दिया. उद्योगों को सुबह 11 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक बाहरी संचालन रोकने का भी निर्देश दिया गया है. इसके अतिरिक्त परिवहन संघों और क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के माध्यम से ट्रक चालकों को 10,000 से अधिक जागरूकता पर्चे वितरित किये गये हैं और ओआरएस पैकेट की आपूर्ति की गयी है.
जिला प्रशासन ने चलाया जन जागरूकता कार्यक्रम
झारसुगुड़ा जिला प्रशासन की ओर से भीषण गर्मी के प्रकोप से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. खासकर भीषण गर्मी के दाैरान जरूरी काम न हो, ताे घर में रहने की सलाह लोगों को दी जा रही है. यह कार्यक्रम जिलाधीश अबाेली सुनील नरवाणे की देखरेख में चलाया जा रहा है. उनकी ओर से बढ़ती गर्मी के कारण सभी को हर एक घंटे में तरल पदार्थ पीने की सलाह दी गयी है. इसके अलावा बुधवार को जिलाधीश झारसुगुड़ा सहित वरिष्ठ अधिकारी जिले के आवासीय विद्यालयों में संदेश का प्रचार प्रसार किया गया. इसमें सभी से अपील की गयी कि वे हाइड्रेटेड रहें और सुबह 10 से शाम 4:00 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें.
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