Jharsuguda News: झारसुगुड़ा शहर के ओएमपी के पास वीवीआइपी एरिया से एक के बाद एक सरकारी प्रतिष्ठान स्थानांतरित होने लगे हैं. भूमिपूजन के बाद यहां से कैंसर हास्पिटल मालीमुंडा स्थानांतरित किया गया है. वहां जिला अस्पताल के पास करीब 6 एकड़ जमीन इसके लिए चिह्नित किये जाने के बाद हास्पिटल निर्माण की प्रक्रिया शुरू है. वहीं अब झारसुगुड़ा जेल को भी स्थानांतरित करने के लिए सरकारी स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इस संबंध में पूछे जाने पर जेलर सत्यनारायण बेहेरा ने बताया कि यह पुराना प्रस्ताव है, मगर किस जगह इसे स्थानांतरित किया जायेगा, इस संबंध में उनके पास कोई जानकारी नहीं है.
1991 में बना था उप कारागार, 2023 में मिली जेल की मान्यता
वर्ष 1991 में झारसुगुड़ा जिले की स्थापना के समय यह जिला उप कारागार था. वर्ष 2023 में इसे जिला जेल कि मान्यता मिली. नयी गाइड लाइन के अनुसार जेल में कैदियों कि संख्या भी 324 की गयी थी. वर्तमान यहां 280 कैदी हैं. इसके बाद भी जेल को यहां से इसे स्थानांतरित करने की योजना पर काम शुरू हुआ है. जेल को यहां से स्थानांतरित करने के लिए वर्ष 2012 में एक प्रस्ताव दिया गया था. लेकिन आवश्यकता नहीं होने के कारण उक्त प्रस्ताव पर विचार नहीं किया गया था. मगर अब इसे लेकर तत्परता देखी जा रही है.
पचपड़ा के पास 15 एकड़ जमीन की पहचान किये जाने की सूचना
नये जेल के लिए शहर के उपखंड पचपड़ा के पास 15 एकड़ जमीन की पहचान किये जाने की सूचना मिल रही है. मगर निर्माण कब शुरू होगा, इस बारे में फिलहाल कोई सूचना नहीं दी गयी है. वर्तमान में ओएमपी के वीवीआइपी एरिया में केवल जेल ही एकमात्र सरकारी प्रतिष्ठान है. इसे यहां से स्थानांतरित करने के लिए फाइलों में काम शुरू हो गया है. इस अंचल में जिले का एकमात्र पंथनिवास था, जिसे रातों रात तोड़ दिये जाने के बाद उक्त जमीन को लीज पर दे दिया गया. इसी के सामने कैंसर हास्पिटल के लिए जमीन की पहचान कर तत्कालीन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसका शिलान्यास किया था, लेकिन बाद में इसकी फाइल आगे ही नहीं बढ़ पायी और अचानक वर्ष 2024 में इसे स्थानांतरित करने के लिए अन्य जगह में जमीन खोजी जाने लगी. पहले जहां कैंसर हास्पिटल के लिए जमीन चिह्नित की गयी थी, उसे भी अब लीज पर दिये जाने की तैयारी शुरू होने की सूचना है.
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