मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही है. इस कड़ी में बीती रात मुंबई पुलिस ने पूर्व सीपी परमबीर सिंह के खिलाफ गोरेगांव थाने में रंगदारी का एक और मामला दर्ज किया है. इसी के साथ परमबीर सिंह के खिलाफ यह चौथा रंगदारी का मामला है. बता दें, मुंबई के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे भी आरोपी हैं.
गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ बीते महीने ही करोड़ों रुपयों की वसूली और रंगदारी का आरोप लगा था. अब इस कड़ी में एक और आरोप जुड़ गया है. कुल मिलाकर यह उनपर जबरन वसूली और रंगदारी का चौथा मामला दर्ज हुआ है. इससे पहले उनपर करोड़ो की रंगदारी के मामले दर्ज हो चुके हैं.
बता दें, इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर सिंह समेत 6 पुलिस अधिकारियों और 8 अन्य लोगों के खिलाफ रंगदारी का मामला सीआईडी को स्थानांतरित कर दिया था. जबरन वसूली के एक मामले में परमबीर सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था.
व्यवसायी केतन तन्ना की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था. तन्ना ने अपनी शिकायत में कहा था कि, जनवरी 2018 से फरवरी 2019 के दौरान जब परमबीर सिंह ठाणे के पुलिस आयुक्त थे, उस समय जबरन वसूली रोधी प्रकोष्ठ कार्यालय में हुलाकर उनसे 1 करोड़ से ज्यादा वसूले गये थे. इस दौरान तन्ना को गंभीर आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी भी दी गई थी.
वहीं, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर गुरूवार को हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस कैलाश चंदीवाल की अध्यक्षता वाली समिति ने 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. परमबीर सिंह सुनवाई के लिए पेश नहीं हुए थे इस कारण उनपर यह कार्रवाई की गई है.
बता दें, मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने और होम गार्ड्स में तबादला किए जाने के बाद परमबीर सिंह ने एक पत्र के जरिए दावा किया था कि पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पुलिस अधिकारियों से रेस्त्रां और बार मालिकों से पैसा लेने के लिए कहते थे.
Posted by: Pritish sahay