AIMIM नेता अकबरुद्दीन ओवैसी गुरुवार को औरंगाबाद जिला के खुल्दाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र पर चादर और फूल चढ़ाने पहुंचे, जिसके बाद महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ दल ने एआईएमआईएम नेता के दौरे की निंदा की. वहीं, अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि इस देश में कई कब्रें हैं और उनका एक इतिहास है. बता दें कि ओवैसी गुरुवार को एक जनसभा में शामिल होने के लिए औरंगाबाद के शहर में थे.
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पूर्व सांसद और शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे ने ओवैसी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी के नेता राजनीतिक फायदे के लिये औरंगजेब की कब्र पर गये. ओवैसी समाज में समस्याएं पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि औरंगजेब कि कब्र पर न हिंदु न मुस्लिम जाता है, क्योंकि औरंगजेब सबसे क्रूर मुगल सम्राट था.
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एआईएमआईएम नेता और औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील ने ओवैसी का बचाव करते हुए कहा कि जो कोई भी खुल्दाबाद में दरगाह शरीफ हजरत बाबा शाह मुसाफिर का दौरा करता है, वह आसपास की सभी दरगाहों पर चादर और फूल चढ़ाता है. उन्होंने कहा कि ओवैसी से सभी नेताओं को प्रेरित होना चाहिए. ओवैसी औरंगाबाद में एक फ्री स्कूल शुरू कर रहें हैं, जो किसी विशेष समुदाय के लिए नहीं है, बल्कि यहां सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अकबरुद्दीन ओवैसी ने औरंगाबाद में अपने संबोधन के दौरान लाउडस्पीकर विवाद पर नौजवानों को नसिहत दी. उन्होंने कहा, ‘मैं नौजवानों से कहूंगा, जो हो रहा है होने दो. शेरों का काम खामोश रहना है. वक्त और हालात की नजाकत को समझो. उनके जाल में फंसना नहीं है. वो जाल बुन रहे हैं, तुमको फंसाना चाहते हैं. तुम फंसना नहीं. खामोश रहो. मुस्कुराओ और चले जाओ. इस मुद्दे पर पहले भी जुबानी जंग हो चुकी है. अकबरुद्दीन ओवैसी से पहले उनके बड़े भाई और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी तीखे तेवर दिखा चुके हैं.