चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में अलग-अलग गांव के दो युवकों ने बुधवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने गुरुवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया. मृतकों में झींकपानी थाना क्षेत्र के सूरजाबासा गांव के बुरूसाई निवासी हरीश देवगम (25) और पांड्रासाली ओपी क्षेत्र के बादेया गांव के रहने वाले डोडांग बानसिंह (22) शामिल हैं.
एक साल पहले ही हुई थी दोनों युवकों की शादी
जानकारी के अनुसार दोनों युवकों ने एक साल पहले ही शादी की थी. मृतक हरीश देवगम की पत्नी गर्भवती हैं. उनकी पत्नी मनीषा ने बताया कि उनका पति से किसी तरह का कोई विवाद नहीं था. उन्होंने कहा कि बुधवार के दिन में गांव में पूजा चल रही थी. पति भी उसमें शामिल था. बुधवार की रात वह घर आया और एक खाली कमरे में जाकर रस्सी से फांसी लगा खुदकुशी कर ली. रात 11 बजे के करीब घर के अन्य सदस्य जब वापस घर लौटे तो हरीश को फंदे से लटका देखा. मृतक की पत्नी मनीषा का कहना था कि एक सप्ताह पहले उसका पति काम की तलाश में रांची गया था. काम नहीं मिला तो वह वापस अपने घर लौट गया. इसके बाद वह मानसिक तनाव में रहता था.
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दूसरे मृतक की पत्नी बोली- पति की नहीं थी दिमागी हालत ठीक
दूसरी घटना मुफस्सिल थाना के पांड्रासाली ओपी क्षेत्र के बादेया गांव की है. मृतक डोडांग बानसिंह की पत्नी सपना सुमित्रा देवगम ने बताया कि उनके पति की दिमागी हालत कुछ दिनों से ठीक नहीं थी. वह कभी भी अपने घर से बेवजह कहीं बाहर निकल जाता था. बुधवार रात को भी वह इसी तरह घर से कहीं चला गया. काफी देर बाद उन्हें ढूंढ कर घर वापस लाया गया. इसके बाद उसका पति घर के एक कमरे में खुद को बंद कर लिया. थोड़ी देर बाद जब खिड़की से झांक कर देखा तो वह फंदे से लटका मिला. इसके बाद आनन-फानन उसे रात डेढ़ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बासाहातु ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने सदर अस्पताल चाईबासा रेफर कर दिया. लेकिन इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी.
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