ढिबरी युग में जीने को विवश हैं ग्रामीण, बुनियादी सुविधाएं भी नहीं चक्रधरपुर. चक्रधरपुर प्रखंड की होयोहातु पंचायत के कोटसोना गांव में डाकुवा सोंगा हेंब्रम की अध्यक्षता में ग्रामसभा का आयोजन हुआ. ग्रामसभा में विद्युत बहाली को लेकर चर्चा की गयी. मालूम हो कि आज तक कोटसोना गांव में विद्युत नहीं पहुंची है. ग्रामीण ढिबरी और लालटेन के सहारे अपना जीवन-यापन करने को विवश हैं. ग्रामीण कहते हैं कि केरोसिन नहीं मिलने से अब ढिबरी और लालटेन के उपयोग पर भी संकट है. ढिबरी व लालटेन से निकलने वाले धुआं से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि विद्युत की मांग को लेकर विभाग को कई बार लिखित आवेदन भी दिया गया है. पर विभाग से केवल आश्वासन मिलता है. ग्रामीणों ने विद्युत विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि 15 दिनों में विद्युत बहाल किया जाए अन्यथा ग्रामीण विभाग का घेराव करेंगे. गांव में नहीं आते हैं पदाधिकारी. ग्रामीणों ने कहा कि कोटसोना गांव प्रखंड व जिला मुख्यालय से अंतिम छोर पर है. यह इलाका पहाड़ीनुमा है. इसके कारण यहां न अधिकारी पहुंचते हैं, न ही कोई जनप्रतिनिधि. गांव में विद्युत के अलावे कई मूलभूत समस्याएं भी हैं. गांव में स्कूल रहने के बावजूद शिक्षक कभी आते हैं. स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल है. बीमार पड़ने पर गर्भवतियों या मरीजों को इलाज के लिए कंधे या खटिया के सहारे एंबुलेंस तक पहुंचाना पड़ता है. पहाड़ीनुमा इलाका होने के कारण वाहन नहीं पहुंच पाते हैं. गांव में किसी के पास प्रधानमंत्री या अबुआ आवास नहीं है. कहा कि कोटसोना स्कूल में शौचालय और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था प्रशासन करे. ग्रामसभा में बहादुर लोहार, एतवा लोहार, रोशन हेंब्रम, रामेश्वर हेंब्रम, सोंगा हेंब्रम, मोयका हांसदा, मनोज सामड, श्याम सामड, बुढेन हेंब्रम, चंपाय लोहार आदि ग्रामीण मौजूद थे.
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