डीएफओ के रसोइया की हत्या का मामला
चाईबासा : चाईबासा डीएफओ के रसोइया फूलचंद हत्या के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर जांच की. प्रारंभिक जांच में के अनुसार डीएफओ आवास के पीछे स्टाफ क्वार्टर के आंगन में हत्या कर शव आवास परिसर स्थित खंडहर में रखा गया. बाद में शव वहां से खींचते हुए चहारदीवारी तक लाया गया. चहारदीवारी व सड़क पार कर रेल लाइन पर शव फेंक दिया गया. हालांकि यह साफ नहीं हुआ है कि फूलचंद की हत्या सोमवार की सुबह की गयी या रात में. पुलिस फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.रविवार को बहू ने फूलचंद से बात की थी: पुलिस की प्राथमिक जांच के मुताबिक मनीषा की रविवार की सुबह सात बजे अपने पति व ससुर (फूलचंद) से बात हुई थी. रविवार को डीएफओ आवास का माली चार्लिस खालको नहीं आया था.
वहीं चौकीदार लादुरा गोप ने धान कटाई की बात कह तीन दिन की छुट्टी ली थी. वहीं डीएफओ टाटा स्टील की ओर से आयोजित मैत्री मैच में हिस्सा लेने के बाद रांची अपने आवास पर चले गये थे. सोमवार की सुबह माली चार्लिस काम पर आया था. वहीं डीएफओ अपने परिवार के साथ सोमवार की दोपहर लौटे थे. इस दौरान उन्होंने फूलचंद का आवास बंद पाया. रात को डीएफओ ने लादु को बुलाया. वह सात बजे रात को चौकीदारी के लिए आया और सुबह फिर अपने गांव चला गया. सोमवार की रात हत्या का अनुमान: वारदात स्थल से शव बरामदगी स्थल के बीच खून के निशान मिले हैं. खून के निशान ताजा होने के कारण पुलिस सोमवार की रात हत्या का अनुमान लगा रही है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर सोमवार की रात हत्या हुई, तो डीएफओ व उनके परिवार और चौकीदार लादु को इसकी भनक कैसे नहीं लगी. वहीं हत्या के बाद शव आंगन से खींचकर 150 मीटर दूर रेलवे लाइन तक ले जाया गया.माली ने आंगन में खून का धब्बा देखा था: माली चार्लिस के मुताबिक फूलचंद की तलाश में सोमवार की शाम वह उसके आवास की तरफ गया था. उस दौरान आंगन में खून के धब्बे देखे थे. वह उसे गुड़ाखू की पिचकारी समझा था. सोमवार को डीएफओ के नहीं पहुंचने के कारण उसे पैसा खुचरा कराने के लिए दो बार बैंक जाना पड़ा था.सोमवार की रात शव रेल लाइन पर फेंका गया:जानकारों के मुताबिक फूलचंद की हत्या सोमवार की दोपहर में होने की संभावना सबसे ज्यादा है. आंगन में हत्या के बाद शव डीएफओ आवास परिसर में स्थित खंडहरनुमा घर में रखा गया. वहां भी खून के निशान मिले हैं. सोमवार की रात रेलवे लाइन पर शव फेंक दिया गया.