झारखंड में कानून व्यवस्था ध्वस्त
झारखंड में कानून–व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है. नक्सली, उग्रवादी और अपराधी पुलिस पर हावी हैं. पुलिस लापरवाह बनी हुई है. वारदात को अंजाम देने के बाद भी अपराधी पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे हैं. पुलिस नक्सलियों और उग्रवादियों के खिलाफ तो ताबड़तोड़ ऑपरेशन चला रही है.
पर इसका नतीजा कुछ नहीं निकल रहा है. पूरे राज्य में अपराधी, उग्रवादी और नक्सली बेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहे हैं. पिछले दो दिनों में ही दो बड़ी नक्सली वारदात हुई. मंगलवार को गोइलकेरा में जहां नक्सलियों ने आजसू नेता को मार डाला तो बुधवार को खूंटी में छह युवकों की हत्या कर दी.
गोइलकेरा में शव पर मचाया तांडव
चाईबासा : गोईलकेरा थानान्तर्गत कदमडीहा पंचायत के मुखिया सह आजसू के जिला सचिव जयपाल पुरती की हत्या बारूकुटी गांव स्थित उनके आवास पर मंगलवार को नक्सलियों ने कितनी निर्ममता से की इसकी कहानी घटनास्थल और शव को देखकर लगाया जा सकता है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नक्सलियों ने न सिर्फ जयपाल पर गोलियां बरसायीं बल्कि पहले उनको पेड़ से बांधा और फिर उनका बायां हाथ काट दिया. माओवादियों ने भुजाली से उनके गले पर वार भी किया. दरअसल, माओवादी उन्हें गांव से दूर ले जाना चाहते थे पर जयपाल ने इसका विरोध किया तो माओवादी उनसे उलझ गये. जयपाल के सिर में सटाकर एक गोली मारी जो उसके गर्दन को छेदकर बाहर निकल गयी. जयपाल को कुल सात गोलियां मारी गयी हैं.
माओवादी इसी से संतुष्ट नहीं हुए उन्होंने जयपाल की सांसे थम जाने के बाद शव पर कई जगह भुजाली से वार किया. जयपाल का शव बुधवार को सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लाया गया. इस दौरान भारी संख्या में गांव वाले मौजूद रहे.