खरसावां.
खूंटपानी के मटकोबेड़ा में जेएसएलपीएस के इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर (आइएफसी) योजना के तहत माटकोबेड़ा आजीविका संकुल संगठन की ओर से बीज विवरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विधायक दशरथ गागराई ने महिला समूहों के जरिये आजीविका सशक्तीकरण के लिए किये जा रहे कार्यों की सराहना की. इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर की इस पहल से समूह की महिलाओं को एक साथ आजीविका के कई साधनों से जुड़ने का मौका मिलेगा. कहा कि इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर से आजीविका एवं सामाजिक समावेशन को गति मिलेगी. खेती से भी गांव की महिलाएं आमदनी कर सकती हैं. विधायक ने राज्य सरकार की ओर से महिलाओं के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए जागरूक होकर लाभ उठाने की अपील की.प्रखंड में चार इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर का गठन
जेएसएलपीएस के बीपीएम ग्रेगरी तिग्गा ने बताया कि खूंटपानी प्रखंड में चार इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर (आइएफसी) का गठन किया गया है. इसके जरिए लगभग 1200 परिवार को आवर्द्धन गतिविधि से जोड़ने का लक्ष्य है. इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर में चिह्नित प्रत्येक किसान को उनकी आय बढ़ाने के लिए अलग-अलग दो-तीन गतिविधि से जोड़ा जायेगा. इसमें सब्जी की खेती, बकरी पालन, शूकर पालन, मुर्गी पालन, बतख पालन या विभिन्न प्रकार की दुकान आदि को जोड़कर आजीविका उपलब्ध कराया जायेगा.
किसानों में मिर्च व करैले के बीज बांटे गये
कार्यक्रम के दौरान इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर से जुड़ीं 70 महिला किसानों में मिर्च और करेला के बीज का वितरण किया गया. बीज से खेती कर आर्थिक उपार्जन करेंगे. इससे पूर्व विधायक दशरथ गागराई, जिप सदस्य यमुना तियु, प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा, पूर्व प्रमुख रजनी बानरा, खूंटपानी बीडीओ धनंजय पाठक, बासंती गागराई आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

