खरसावां
. कुचाई के किसान भवन में जेएसएलपीएस की कुचाई संकुल की वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया. आमसभा का उद्घाटन विधायक दशरथ गागराई, प्रमुख गुड्डी देवी व बीडीओ साधुचरण देवगम ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि महिला सशक्तीकरण वक्त की मांग है. इसके लिए हर स्तर पर कार्य करने की जरूरत है. कहा कि राज्य सरकार की ओर से महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. उन्होंने महिलाओं को जागरूक होकर योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की. विधायक ने महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक व शैक्षणिक सशक्तीकरण पर जोर दिया. एसएचजी की महिलाएं गांव के विकास में बड़ी भूमिका निभा रही हैं. इससे गांवों में सकारात्मक बदलाव भी देखने को मिल रहा है. महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर सशक्त बनाने की बात कही. दशरथ गागराई ने समितियों को अपने स्तर से हरसंभव सहयोग करने का भी भरोसा दिया. आजीविका से जोड़ने के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की बात कही.महिलाएं सशक्त होंगी, तो गांव व राज्य आगे बढ़ेगा : प्रमुख
प्रमुख गुड्डी देवी ने कहा कि गांव की महिलाएं सशक्त होंगी, तो गांव व राज्य आगे बढ़ेगा. बीडीओ साधु चरण देवगम ने कहा कि आज की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. राज्य के विकास में आधी आबादी की बड़ी भूमिका है. उन्होंने महिलाओं से आजीविका को अपनाकर स्वावलंबी बनने की अपील की.सभा में लेख-जोखा प्रस्तुत किया गया:
कार्यक्रम के दौरान विगत एक वर्ष का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया. आगे की कार्य योजनाओं की जानकारी दी गयी. पार्वती गागराई ने बताया कि कुचाई संकुल में अबतक 287 महिला समूहों की 3032 महिलाएं जुड़ी हुई हैं. समिति ने बकरी पालन, खेती, व्यवसाय समेत अन्य गतिविधियों के जरिये सैकड़ों महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है. इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया. मौके पर धर्मेंद्र कुमार मुंडा, डॉ रमेश द्विवेदी, गीता बानरा, जोंगा हेंब्रम, पानो हेंब्रम, अनिल महतो, राखी सोय, जयकिशन दास आदि उपस्थित थे.शिक्षक केवल ज्ञान नहीं, जीवन जीने की कला सिखाते हैं : दशरथ
खूंटपानी के राजकीयकृत प्लस 2 उच्च विद्यालय पुरुनिया में मंगलवार को शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया. विधायक दशरथ गागराई, जिप सदस्य यमुना तियू, अनुप सिंहदेव और प्राचार्य विजय उरांव ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि शिक्षक केवल किताबों का ज्ञान नहीं देते, बल्कि जीवन जीने की कला और सही मार्गदर्शन भी देते हैं. रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन- स्कूली बच्चों ने शिक्षक दिवस पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. पारंपरिक नृत्य-गीतों से दर्शकों का मनमोहा. इस अवसर पर समाजसेवी बिरसा तियू, जयसिंह बोदरा, विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं और कई स्कूली बच्चे उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

