सरायकेला. राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत ””””टोबैको फ्री यूथ कैंपेनिंग 3.0”””” का शुभारंभ गुरुवार को समाहरणालय परिसर से उपायुक्त नितिश कुमार सिंह ने किया. इस अवसर पर उपायुक्त ने जनजागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्रों में जाकर लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करेगा.
युवाओं को नशे की लत से बचाना अभियान का उद्देश्य:
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि तंबाकू सेवन समाज के लिए एक गंभीर खतरा है. इससे न केवल व्यक्ति का स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि इसका असर पूरे परिवार और समाज पर पड़ता है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि युवाओं को नशे की लत से बचाना और हर घर को तंबाकू मुक्त बनाना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है. उपायुक्त ने जानकारी दी कि यह जनजागरुकता रथ जिले के दूर-दराज़ के इलाकों में भ्रमण करेगा और आम जनता को तंबाकू से होने वाली बीमारियों और सामाजिक नुकसान की जानकारी देगा.अभियान की सफलता के लिए पुलिस की मदद ली जायेगी:
डीसी ने कोटपा अधिनियम के कड़ाई से पालन का निर्देश देते हुए कहा कि जिले में शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित होनी चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को इस दिशा में सघन निगरानी और कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. इस अभियान के तहत 9 अक्तूबर से 7 दिसंबर तक जिले के 400 स्कूलों को तंबाकू मुक्त घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. डीसी ने बताया कि इस कार्य में पुलिस विभाग का सहयोग लेते हुए छापेमारी अभियान भी चलाया जाएगा. इसके अतिरिक्त, जिले के 30 ग्राम पंचायतों को तंबाकू मुक्त ग्राम घोषित करने का भी लक्ष्य तय किया गया है, जिसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों को भी जागरूक करने की योजना है. इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह, डीआरसीएचओ डॉ. ओपी केसरी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

