खरसावां. खरसावां के ओड़िया सामाजिक संगठन आदर्श सेवा संघ एवं उत्कल सम्मेलनी की संयुक्त पहल पर स्वतंत्रता सेनानी उत्कलमणि पंडित गोपबंधु दास की जयंती समारोहपूर्वक मनायी गयी. कार्यक्रम में राजकीय उच्च विद्यालय खरसावां के पूर्व प्राचार्य एवं उत्कल सम्मेलनी के जिला उपदेष्टा कामाख्या प्रसाद षाड़ंगी, हरीश चंद्र आचार्य, जिलाध्यक्ष सुमंत चंद्र मोहंती, जिला उपाध्यक्ष बिरजा पति, जिला सचिव अजय प्रधान सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षकों और समाजसेवियों ने भाग लिया. सभी ने पं. गोपबंधु दास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और भाषा, साहित्य व संस्कृति को सशक्त बनाने का संकल्प लिया.
पं. गोपबंधु दास के बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया
पूर्व प्राचार्य कामाख्या प्रसाद षाड़ंगी ने कहा कि पं. गोपबंधु दास के विचार सदैव प्रासंगिक रहेंगे और इनके उत्थान के लिए संगठनबद्ध होकर कार्य करना होगा. हरीश चंद्र आचार्य और सुमंत चंद्र मोहंती ने मातृभाषा, साहित्य और संस्कृति को मजबूत बनाने के लिए पं. गोपबंधु दास के मार्ग पर चलने का आह्वान किया. वक्ताओं ने उनकी जीवनी और योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्हें महान समाजसेवी व स्वतंत्रता सेनानी के रूप में याद किया. कार्यक्रम का संचालन सुशील षाड़ंगी ने और धन्यवाद ज्ञापन सुजीत हाजरा ने किया.प्रतियोगिता के विजेता हुए सम्मानित
जयंती समारोह के दौरान चित्रांकन, निबंध और भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी. अमित नापित, सुभद्रा पति, लखिन्द मंडल, चित्रलेखा दाश, कृष्ण कारवां, शुभम नंदा, सुप्रिया नंदा, शुभश्री नंदा और रिमझिम नायक सहित विजेताओं को प्रमाण पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया. यह प्रतियोगिता प्रत्येक वर्ष खरसावां प्रखंड के 22 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के बीच आयोजित की जाती है. अतिथियों को आदर्श सेवा संघ एवं उत्कल सम्मेलनी की ओर से अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.पं. गोपबंधु दास का परिचय
पं. गोपबंधु दास ओडिशा में नवजागरण के अग्रदूत, चिंतक, साहित्यकार, पत्रकार, भाषाविद्, राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक के रूप में जाने जाते हैं.गोपबंधु दास के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प
सरायकेला स्थित उत्कलमणि आदर्श पाठागार के नाटक भवन में सोमवार को उत्कल शिरोमणि पंडित गोपबंधु दास की जयंती मनायी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के सदस्यों ने गोपबंधु दास के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर की. संस्था के पूर्व उपाध्यक्ष सह कार्यकारिणी सदस्य सुदीप पटनायक ने कहा कि गोपबंधु दास एक स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी और ””””समाज”””” ओड़िया समाचार पत्र के संस्थापक थे. उन्होंने उत्कल के विभिन्न अंचलों को एकजुट कर एक समग्र ओडिशा के निर्माण का प्रयास किया. कार्यकारी सचिव जलेश कबि ने कहा कि गोपबंधु दास न केवल एक प्रखर विचारक थे, बल्कि ओड़िया भाषा के विद्वान कवि भी थे. उनकी कविताएं ओड़िया समाज को जोड़ने का कार्य करती हैं. इस अवसर पर भोला महंती, काशीनाथ कर, तरुण भोल, शक्ति कुमार पति, सुभाष साहू, चक्रधर महंती, रितेश आचार्य सहित कई व्यक्ति उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

