साहिबगंज.पुलिस जवान सुरजीत यादव की संदेहास्पद मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझा पायी है. सुरजीत की मौत आखिर कैसे हुई, इस सवाल के जवाब की पड़ताल जिला पुलिस अब तक कर रही है. हालांकि कई तरह की रिपोर्ट जांच-पड़ताल के अलावा पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टर का बयान एवं कई साक्ष्यों को जुटाने के बाद भी मौत के मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है. बताया जा रहा है कि पुलिस अब फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. फोरेंसिक जांच की दो टीमें घटनास्थल पर आयी थी. दुमका से भी जांच करने यहां पहुंची थी. इसके अलावा रांची से भी फॉरेंसिक की टीम घटनास्थल की जांच पड़ताल करके गयी है. इन्हीं की रिपोर्ट का इंतजार जिला पुलिस फिलहाल कर रही है. एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा किया जाएगा. घटना का उद्भेदन व इंसाफ की आस लगाए बैठे सुरजीत के परिजन भी एसपी कार्यालय व डीसी कार्यालय जाकर फरियाद कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि परिजन मामले का खुलासा के लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. गौरतलब है कि बीते रविवार सुबह जवान सुरजीत यादव का शव अर्धनग्न अवस्था में पुलिस लाइन स्थित महिला बैरक के निकट मिला था. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेजा था. पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टर के बयान से लोगों में सनसनी फैल गयी थी. दरअसल डॉक्टर मुकेश कुमार का कहना था कि सुरजीत के दाहिने हाथ की दो हड्डियां टूटी हुई थी. दाहिने सीने का एक हड्डी टूट कर फेफड़ों में जा धंसी थी, जिससे काफी खून बह गया था. इसके अलावा कमर पर भी गहरी चोट के निशान थे. दाहिनी तरफ के पूरे बदन के हिस्से में छोटे-छोटे स्टोन चिप पर घसीटने के निशान भी थे. बड़ी बात तो यह है कि सारे जख्म शरीर के दाहिनी तरफ ही थे. उधर, जवान सुरजीत की मौत की खबर मिलने के बाद सोमवार को डीआईजी अंबर लकड़ा घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने एसआईटी टीम को आवश्यक निर्देश भी दिए थे.
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