साहिबगंज में सिकुड़ रही गंगा
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दुर्भाग्य . दो साल में गंगा के जल प्रवाह में 41 क्यूसेक कमी
साहिबगंज में सिकुड़ रही गंगा गंगा को बचाने को लेकर प्रशासन रेस है. बावजूद अभी जो स्थिति उभर कर सामने आ रही है वह चिंताजनक है. प्रवाह कम होने के कारण कई इलाकों से गुजरने वाली रूठ गयी है. गंगा में जगह-जगह गाद जमा हो गया है. जहां पहले कई फीट पानी रहता था अब […]
गंगा को बचाने को लेकर प्रशासन रेस है. बावजूद अभी जो स्थिति उभर कर सामने आ रही है वह चिंताजनक है. प्रवाह कम होने के कारण कई इलाकों से गुजरने वाली रूठ गयी है. गंगा में जगह-जगह गाद जमा हो गया है. जहां पहले कई फीट पानी रहता था अब वहां जमीन के टीले नजर आ रहे हैं. जो सोचनीय है.
साहिबगंज : भारतीय सभ्यता में गंगा पूजनीय रही है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पिछले दो वर्षों से लगातार गंगा का जल प्रवाह न्यूनतम स्तर पर आ गया है. गंगा मेन गंगा से रामपुर होते हुये साहिबगंज शहर की ओर गंगा में आने वाला जल प्रवाह बंद हो गया है. रामपुर का मुहाना बालू के जमाव के कारण बंद हो गया है. जिसके कारण चार से पांच किमी तक जलस्तर मात्र दो से तीन फीट रह गया है. जहां गंगा का पानी 40 से 50 फीट रहता था,
वहां जमीन के टीले निकल आये हैं. वही मुहाना बंद हो जाने से साहिबगंज से सकरीगली यानी सात किमी तक गंगा का प्रवाह अवरूद्ध हो गया है. जिसके कारण गंगा के पानी के उपर व गंगा तल में गाद जमने लगा है.
पदाधिकारियों की जिम्मेवारी तय
राज्यपाल के आगमन की तैयारी में जुटा प्रशासन
महामहिम व अन्य अतिथियों के भोजन का प्रभार डीसीएलआर को
जनसंपर्क पदाधिकारी संभालेंगे मंच के संचालन का भार
वहीं चिकित्सीय प्रभार सीएमओ को सौंपा
साहिबगंज : 11 अप्रैल को सिदो कान्हू की जयंती पर सूबे के राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के आगमन को लेकर जिला प्रशासन रेस हो गया है. गुरुवार को उपायुक्त उमेश प्रसाद सिंह ने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सभी की जिम्मेदारी तय की गयी. जिसमें मंच का संचालन और नियंत्रण जिला जन सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी प्रभात शंकर और पंचायती राज पदाधिकारी अजीत सिंह को संयुक्त रूप से दायित्व दिया गया है.
इसके अलावे महामहिम व अन्य अतिथियों के भोजन का प्रभार डीसीएलआर अमित प्रकाश, बरहेट सीओ निर्मल सोरेन व एनडीसी मोतीलाल हेम्ब्रम को दिया गया जो भोजन व्यवस्था को अच्छे तरह से देखेंगे. किसी भी प्रकार की कमी का कही कोई गुंजाइश नहीं के बराबर होनी चाहिए. जबकि मेला में लगने वाले स्टॉल का प्रभार डीआरडीए निदेशक श्रीपति गिरि को सौंपा गया है. इसके अलावे महामहिम को स्टॉल निरीक्षण भी कराने की जिम्मेवारी उन्हीं की होगी.
जबकि चिकित्सीय प्रभार सीएमओ अरुण चंद्र राय देखेंगे. इसके अलावे दो महिला अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे. महामहिम 11 बजे भोगनाडीह पहुंचेंगे. वहां से सीधे क्रांति स्थल पचकठिया जायेंगे फिर जाहेर स्थान जायेंगी. बैठक में डीसीएलआर अमित प्रकाश, डीपीआरओ प्रभात शंकर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अजीत सिंह उपस्थित थे.
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