खलारी. कार्तिक अमावस्या दिवाली की रात खलारी प्रखंड क्षेत्र में मां काली की पूजा विधानपूर्वक की गयी. पूजन के बाद मुहूर्त के अनुसार रात में ही भतुआ, ईख की बलि दी गयी. इसके बाद माता की आरती की गयी और प्रसाद बांटे गये. मंगलवार को दिन में पुनः पूजन हवन आरती की गयी. श्रद्धालुओं ने माता को पुष्पांजलि दी. श्री जानकीरमण मंदिर खलारी में बंगाल से आये पुजारियों ने पूजन किया. बंगाल से ही आए ढाक बाजा की थाप पर आरती की गयी. इसके अलावा क्षेत्र के खलारी रेलवे स्टेशन, केडीएच काली मंदिर, चूरी कालोनी, डकरा साइडिंग, करकट्टा, रोहिणी परियोजना सहित कयी अन्य जगहों पर मां काली की प्रतिमा रख कर पूजा की गयी. कई पूजा स्थलों पर खिचड़ी प्रसाद वितरण किया गया. बुधवार को नगर भ्रमण के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया जायेगा.
काली मंदिर में दी गयी बकरों को बलि
खलारी- कोयलांचल क्षेत्र के मानकी काली मंदिर में काली पूजा श्रद्धा पूर्वक मनायी गयी. वहां वर्ष 1975 से काली पूजा का आयोजन होता रहा है और बलि की प्रथा भी चलती आ रही है. मंगलवार को पूजा-अर्चना के बाद आसपास के ग्रामीणों के द्वारा इस पूजा स्थल पर 11 बकरों की बली दी गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

