रांची : झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना में धोखाधड़ी के मामले बराबर उजागर हो रहे हैं. इस बार रांची के तमाड़ प्रखंड में 112 लाभुकों की राशि एक ही बैंक खाते में ट्रांसफर करने का फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है. इसकी पुष्टि सत्यापन के दौरान की गयी. मामले में जिला प्रशासन ने आरोपी पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. तमाड़ प्रखंड के पंडराजी गांव के कार्तिक पातर ने प्रज्ञा केंद्र के संचालक के साथ मिलकर 112 आवेदकों के बैंक खाते को पहले बदला और इसके बाद सबमें एक ही बैंक खाता नंबर अपडेट कर दिया. जिससे लाभुकों की राशि संबंधित बैंक खाते में ट्रांसफर हो गयी. बताते चलें कि प्रज्ञा केंद्र संचालक आरोपी कार्तिक पातर का भाई है. प्रशासनिक स्तर पर मामले की गहराई से जांच हो रही है.
आपात्र स्वयं हटायें अपना नाम, नहीं तो कार्रवाई होगी : डीसी मंजूनाथ भजंत्री
डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने कहा है कि ऐसी सूचना मिल रही है कि आपात्र व्यक्ति मंईयां सम्मान योजना का लाभ ले रहे हैं. वहीं, कई लोगों ने इसके लिए आवेदन भी किया है. ऐसे लोग अपना नाम हटवा लें, अन्यथा उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा है कि प्रशासन एक-एक प्रखंड में आवेदनों का बारीकी से सत्यापन करा रहा है.
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मंईयां सम्मान योजना की राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू
राज्य में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि लाभुकों के बैंक खाते में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गयी. होली से पहले सभी लाभुकों को राशि मिल जायेगी. राज्य के 10 जिलों में लाभुकों को मंईयां योजना की राशि ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गयी. इनमें बोकारो, चतरा, धनबाद, जमशेदपुर, गढ़वा, गुमला, जामताड़ा, लोहरदगा, पाकुड़ और सिमडेगा जिला शामिल हैं. जिन जिलों में राशि नहीं मिली है, वहां भी सोमवार से राशि मिलनी शुरू हो जायेगी. लाभुकों को एक साथ तीन माह की राशि दी जा रही है. लगभग 38 लाख लाभुकों को प्रथम चरण में राशि दी जायेगी. जहां आवेदन सत्यापन की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, वहां सत्यापन के बाद राशि दी जायेगी.
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