खलारी. लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा में महज कुछ दिन शेष है, लेकिन कोयलांचल क्षेत्र के करकट्टा घाट की स्थिति इस बार अत्यंत चिंताजनक बनी हुई है. घाट पर जगह-जगह कचरे का ढेर, झाड़ियां और घाट पर उतरने वाले रास्ते पर मिट्टी का ढेर लगा है. श्रद्धालुओं के लिए घाट पर सुरक्षित रूप से उतरना कठिन हो गया है. वही इस वर्ष हुई बारिश ने करकट्टा छठ घाट मार्ग की स्थिति को और भी खराब कर दिया है. घाट समेत घाट पहुंच पथ मार्ग के किनारों पर बड़ी-बड़ी झाड़ियां और घास उग आयी है. साथ ही काफी रास्ता जर्जर हो चुका है, जिससे करकट्टा से घाट जाने वाली सड़क काफी जर्जर हो चुकी है. ऐसे में छठव्रतियों में गहरी चिंता देखी जा रही है कि आखिर इस बार वे पूजा कैसे संपन्न करेंगे. वहीं दीपावली उत्सव के ठीक तीसरे दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से नेम-निष्ठा और पवित्रता का प्रतीक छठ महापर्व का आरंभ होता है, जो पूरे चार दिनों तक चलता है, जो नहाय-खाय से लेकर खरना, पहली अर्घ एवं दूसरी अर्घ मिलाकर कुल चार दिनों तक छठ व्रतियों का घाट पर आना-जाना लगा रहता है. इसके बावजूद सफाई को लेकर प्रशासनिक स्तर और नहीं सीसीएल द्वारा अबतक कोई पहल की गई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष भी इसी प्रकार घाट में कचरे का ढेर लगा था. तब स्थानीय समिति, युवाओं और सीसीएल की मदद से सफाई अभियान चलाया था. इस बार भी लोगों को उम्मीद है कि पूजा समिति के सदस्य जल्द पहल करेंगे, ताकि छठव्रती सुरक्षित रूप से पूजा कर सकें.
करकट्टा छठ घाट कोयलांचल क्षेत्र का पुराना छठ घाट
करकट्टा छठ घाट कोयलांचल क्षेत्र का पुराना छठ घाट है. यह दामोदर नद के किनारे स्थित होने के कारण यहां का पानी सामान्यतः स्वच्छ और निर्मल रहता है. हर साल करकट्टा और आसपास के गांव से काफी संख्या में व्रती यहां पहुंच कर भगवान सूर्य को अर्घ अर्पित करते हैं. कई वर्षों से यहां छठ पर्व धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है, जिसमें स्थानीय युवाओं जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों का काफी सक्रिय सहयोग रहता है.—————————————-
घाट की सफाई को लेकर नहीं की गई पहलविश्रामपुर पंचायत की मुखिया दीपमाला कुमारी ने कहां कि करकट्टा छठ घाट काफी पुराना छठ घाट है. परंतु इस वर्ष की बारिश ने घाट समेत करकट्टा से घाट पहुंच पथ मार्ग के किनारों पर बड़ी-बड़ी झाड़ियां और काफी काफी जर्जर हो चुके रास्ते से व्रतियों को बड़ी परेशानी होगी. मुखिया कुमारी ने कहा कि छठ घाट की साफ-सफाई करने को लेकर सरकार, जिला प्रशासन, सीसीएल, सामाजिक संगठन समेत समिति अन्य लोगों को जल्द से जल्द पहल करनी चाहिए. ताकि छठ पर्व के समय छठव्रतियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.—————————————-
जर्जर हो चुके रास्ते में व्रतियों को होगी परेशानी
तुमांग पंचायत के मुखिया संतोष कुमार महली ने कहा कि कोयलांचल क्षेत्र के करकट्टा छठ घाट काफी चर्चित छठ घाट है. परंतु इस वर्ष घाट समेत करकट्टा से घाट पहुंच पथ मार्ग की स्थिति काफी दयनीय है. मार्ग सहित घाट तक उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियां और जर्जर हो चुके रास्ते से व्रतियों के लिए परेशानी बढ़ा दी है. मुखिया महली ने कहा कि छठ घाट की साफ-सफाई करने को लेकर प्रशासन, सीसीएल, सामाजिक संगठन समेत समिति अन्य लोगों को जल्द से जल्द पहल करनी चाहिए. ताकि छठ पर्व के समय छठव्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.::::कोट ::::
विश्रामपुर कॉलोनी के संजीव रंजन सिंह पिंटू ने कहा कि समिति के सदस्यों एवं स्थानीय प्रबंधन की मदद से छठ घाट की सफाई कराई जाती है और घाट पर समिति के द्वारा चाय, दूध, पानी और फल की व्यवस्था की जाती है. घाट पर लोगों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था रहती है.…………………………………………..विश्रामपुर कॉलोनी के उदय सिंह ने कहा कि हर वर्ष करकट्टा छठ घाट पर धूमधाम से छठ पूजा मनाया जाता है. यहां काफी संख्या में छठव्रती पूजा करने आते हैं. स्थानीय युवक और समिति के सदस्य पूजा में बढ़-चढ़ कर सहयोग करते हैं. उन्होंने कहा कि सीसीएल की मदद और समिति के द्वारा घाट को दुरुस्त कराया जाता है.
जर्जर हो चुकी है करकट्टा से घाट जानेवाली सड़क, चलना भी मुश्किल
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