रांची: शहर की सफाई के लिए चुनी गयी कंपनी एटूजेड अपने ही जाल में फंस गयी है. शहर की सफाई का काम लेने के लिए एटूजेड ने एल-वन बनने का खेल खेला. वर्ष 2011 में रांची नगर निगम द्वारा निकाले गये टेंडर हासिल करने के लिए एटूजेड ने बहुत कम 593 रुपये की राशि कोट की. उसके बाद भी कंपनी ने मोलभाव करते हुए कम किया.
शहर से कूड़ा उठाने के एवज में एटूजेड ने प्रति मीट्रिक टन केवल 585 रुपये लेना स्वीकार किया. एटूजेड ने कितनी कम राशि कोट की थी, इसका अंदाजा टेंडर में दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर पर आनेवाली कंपनी के रेट से लगाया जा सकता है. टेंडर में दूसरे नंबर पर रहने वाली फ्रोजन बॉयोटेक, तीसरे पर रेमकी और चौथे पर आनेवाली एसपीएमएल ने 900 रुपये से अधिक की राशि कोट की थी.
इन सभी कंपनियों ने क्रमश: 934, 954 और 987 रुपये प्रति टन कूड़ा उठाने के लिए रेट कोट किया था. एटूजेड ने निर्धारित प्रोजेक्ट कॉस्ट (52.5) करोड़ से कम करते हुए 40 करोड़ रुपये कर दिया था.