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आसमान से बरसी मौत : झारखंड में आसमानी कहर ने 48 घंटे में ली 33 की जान
रांची : झारखंड में 48 घंटे के भीतर आसमानी कहर (ठनका) ने 33 लोगों की जान ले ली. वहीं 16 से अधिक लोग झुलस गये. मंगलवार को 11 और बुधवार को 22 लोगों की मौत ठनका से हो गयी. बुधवार को संताल परगना में दादा-पोती समेत 11 लोगों की जान चली गयी, जबकि छह गंभीर […]
रांची : झारखंड में 48 घंटे के भीतर आसमानी कहर (ठनका) ने 33 लोगों की जान ले ली. वहीं 16 से अधिक लोग झुलस गये. मंगलवार को 11 और बुधवार को 22 लोगों की मौत ठनका से हो गयी. बुधवार को संताल परगना में दादा-पोती समेत 11 लोगों की जान चली गयी, जबकि छह गंभीर रूप से झुलस गये.
वहीं गढ़वा में मां-बेटी की मौत हो गयी और पिता झुलस गये. रामगढ़ में दो, चान्हो (रांची) में दो, बिरनी (गिरिडीह) में दो लोगों की मौत हो गयी. मेदिनीनगर के बड़कागांव में पशु चरा रहे आदित्य दुबे, गुमला के डुमरी प्रखंड के दीना गांव की महिला अर्चना देवी की मौत हो गयी. जबकि जीवंती कुजूर व सुनीता कुमारी झुलस गयी. लोहरदगा के सेन्हा थाना क्षेत्र के मुरकी गांव में रुस्तम अंसारी की मौत हो गयी. वहीं पांच लोग झुलस गये.
संताल परगना : संताल परगना में बुधवार को ठनका से सर्वाधिक छह मौतें जामताड़ा के कुसुमा पहाड़ी गांव में हुई. मृतकों में पांच युवक हैं, जो जोरिया में स्नान कर रहे थे. वहीं बिंदापथर थाना क्षेत्र के गुन्दलीडीह टोला में वज्रपात से एक वृद्धा की मौत हो गयी है.वहीं दुमका के सरैयाहाट में दादा-पोती की जान चली गयी. पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा और हिरणपुर में एक-एक और देवघर में एक की मौत हुई है.
जबकि जामताड़ा में एक, देवघर में तीन लोग झुलस गये हैं. सरैयाहाट प्रखंड के कर्णपुरा गांव में ठनका से 55 वर्षीय शशि यादव व उनकी 12 वर्षीय पोती सुचीता कुमारी की मौत हो गयी. इस घटना में रुचि कुमारी, उनके पिता सोनू यादव(30) व यशोदा देवी(54) झुलस गये. सभी खेती करने गये थे. घर के बच्चे भी पिता व दादा के साथ जिद कर खेत पर चले गये थे. इसी दौरान ठनका की चपेट में आ गये.
गढ़वा : भंडरिया थाना क्षेत्र के मदगड़ी निवासी उदय महतो की पत्नी रूपा देवी एवं उनकी पुत्री पूनम कुमारी (10 वर्ष) की मौत ठनका की चपेट में आने से हो गयी है. वहीं उदय झुलस गये. दोपहर करीब दो बजे बारिश से बचने के लिए अपने घर के पास स्थित एक गोशाला में रुके थे. इसी दौरान गोशाला पर ही ठनका गिरा.
गिरिडीह : बिरनी थाना क्षेत्र के केंदुआ पंचायत के गांडो गांव में विजय कुमार व माखमरगो पंचायत के गिद्धाटांड़ गांव में संतोषी पासवान की मौत हो गयी.
रामगढ़ : पतरातू प्रखंड के चिकोर गांव में बुधवार की दोपहर वज्रपात से दो लोगों पंकज महतो व चुरामन महतो की मौत हो गयी. वहीं विनय व कुंदन झुलस गये. उन्हें रिम्स रेफर किया गया है. सभी लोग चिकोर व निम्मी गांव के बीच हो रहे क्रिकेट मैच को देखने जुटे थे. इसी दौरान बारिश होने लगी. बारिश से बचने के लिए चारों महुआ पेड़ के नीचे खड़े हो गये. तभी वहां ठनका गिरा .
संताल परगना
दुमका में दादा-पोती, जामताड़ा के कुसुमा पहाड़ी गांव में नहा रहे पांच युवकों समेत 11 की मौत, छह झुलसे
गढ़वा
बारिश से बचने के लिए गोशाला में बैठी मां-बेटी की मौत, पिता गंभीर
बिरनी (गिरिडीह)
खेती कर रहे दो लोगों की जान गयी
मेदिनीनगर
पशु चराने गये युवक आया चपेट में
चान्हो (रांची) में
खेती कर रहे दो किसानों की मौत
लोहरदगा में एक गुमला में एक की गयी जान
कैसे ले सकते हैं मुआवजा
वज्रपात से प्रभावित व्यक्ति या संपत्ति के मुआवजे का भुगतान के लिए प्राथमिकी (एफआइआर) और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का होना आवश्यक है. इसके अलावा अंचल अधिकारी या जिले के आपदा प्रबंधन अधिकार या उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर मुआवजा या राहत के लिए अविलंब संपर्क करना चाहिए. तभी समय पर मुआवजे का भुगतान हो सकेगा.
क्या है प्रावधान
वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत पर आश्रित को चार लाख का मुआवजा
प्रति घायल को 4300 से अधिकतम दो लाख रुपये तक
घर के पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने पर प्रति मकान 95,100 रुपये
झोपड़ियों की क्षति पर प्रति झोपड़ी 2,100 रुपये
दुधारू गाय, भैंस की मौत पर प्रति पशु 30 हजार रुपया
बैल, भैंसा जैसे पशु की मौत पर प्रति पशु 25 हजार रुपये
भेड़ व बकरी सहित अन्य की मौत पर प्रति पशु तीन हजार रुपये
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