रांची : राज्य में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान को लेकर रांची जिला पुलिस और ट्रैफिक पुलिस बल से 370 अफसर, 257 हवलदार और 1278 सिपाही दूसरे जिले में ड्यूटी में भेजे गये हैं. सभी अफसर और जवान अपने तैनाती वाले स्थान पर योगदान दे चुके हैं. जिसके कारण राजधानी के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश थानों में पुलिस अफसर और जवानों की कमी हो गयी है. वहीं, दूसरी ओर ट्रैफिक पोस्ट की स्थिति सबसे खराब हो गयी है.
चुनाव में भेजे जाने के कारण राजधानी के अधिकांश ट्रैफिक पोस्ट में अफसर और जवान ड्यूटी करने के लिए नहीं मिल रहे हैं. क्योंकि ट्रैफिक पुलिस में पहले से जवानों और अफसरों की कमी है. अधिकांश ट्रैफिक पोस्ट पर ट्रैफिक व्यवस्था संभालने का काम सिपाही करते हैं. इसके बावजूद ट्रैफिक पुलिस से 25 अफसर, 24 हवलदार और 123 जवान चुनाव ड्यूटी में भेजे गये हैं. राजधानी में ट्रैफिक पुलिस अफसर और जवानों की कमी होने की वजह से अधिकांश ट्रैफिक पोस्ट पर ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.
रविवार होने की वजह से अधिकांश चौक- चौराहों पर जाम की समस्या नहीं थी. जिसके कारण किसी को ट्रैफिक जाम की समस्या से नहीं निबटना पड़ा. लेकिन सोमवार को अगर किसी स्थान पर ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी. तब ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण के लिए अफसर और जवानों की कमी खलेगी. इसी तरह थाना के स्तर पर भी पुलिस अफसर और जवानों की कमी होने के कारण इसका असर विधि- व्यवस्था और केस के अनुसंधान और रोजना के काम पर असर पड़ सकता हैं. इन दिनों थाना में छोटे- मोटे मामले को लेकर जाने पर कुछ लोग यह तक कहते हैं. अगर जरूरी नहीं है तो बाद में आइयेगा.
आपका काम हो जायेगा. क्योंकि चुनाव के दौरान अफसर की कमी हो गयी हैं. वहीं कुछ मामले में केस दर्ज करने के बाद जब शिकायकर्ता कार्रवाई की मांग करता है. तब उन्हें समझाया जाता है कि अभी जरा रूक जाइये. क्योंकि अधिकांश अफसर अभी चुनावी ड्यूटी में गये हैं. उनके आने के बाद आपका काम हो जायेगा. ऐसे में चुनाव को लेकर रांची जिला को अतिरिक्त पारा मिलिट्री फोर्स प्रदान किया गया है. लेकिन उन्हें पहले से लोकसभा संसदीय क्षेत्र में पढ़ने वाले मांडर में चुनाव कार्य में लगाया गया है.
