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रांची : रेलवे कोयला साइडिंग पर आपराधिक गैंग का आतंक

अमन श्रीवास्तव का गिरोह लगातार वारदात को दे रहा अंजाम, खौफ में कोयला कारोबारी रांची : रेलवे कोयला साइडिंग पर इन दिनों आपराधिक गिरोहों का आतंक तेजी से बढ़ा है. इससे रामगढ़, लोहरदगा, लातेहार, चतरा और रांची जिले में साइडिंग से जुड़े व्यवसायी खौफ में हैं. इन गिरोहों में सबसे ज्यादा अमन श्रीवास्तव गिरोह सक्रिय […]

अमन श्रीवास्तव का गिरोह लगातार वारदात को दे रहा अंजाम, खौफ में कोयला कारोबारी
रांची : रेलवे कोयला साइडिंग पर इन दिनों आपराधिक गिरोहों का आतंक तेजी से बढ़ा है. इससे रामगढ़, लोहरदगा, लातेहार, चतरा और रांची जिले में साइडिंग से जुड़े व्यवसायी खौफ में हैं. इन गिरोहों में सबसे ज्यादा अमन श्रीवास्तव गिरोह सक्रिय है. यह गिरोह उग्रवादी संगठनों की तरह वारदात को अंजाम देता है. फिर पर्चा छोड़ घटना की जवाबदेही भी लेता है.
सूत्र बताते हैं कि अमन श्रीवास्तव के पीछे एक पुराना कोयला कारोबारी है, जो कोयले के कारोबार पर कब्जा करने के लिए इस गिरोह का इस्तेमाल कर रहा है. इसमें पुलिस के कतिपय अफसर भी शामिल हैं. यही वजह है कि वारदात को अंजाम देने के बाद भी अमन श्रीवास्तव और उसके गिरोह पर कार्रवाई नहीं होती है. पिछले दिनों डीजीपी और मुख्य सचिव ने इस मामले में अपराधियों और गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था. लेकिन जिला पुलिस के स्तर से ठोस कार्रवाई की बात सामने नहीं आयी.
यही वजह है कि रांची के खेलारी स्थित केडी ओल्ड, पिस्का, चतरा का राजधर, लोहरदगा का बड़कीचापी, लातेहार का टोरी, वीरा टोली, कुसमाही, बालुमाथ, फुलबसिया के अलावा रामगढ़ का बड़काकाना, पतरातू और भुरकुंडा में स्थित रेलवे साइडिंग में जुड़े व्यवसायियों को धमकी दी जा रही है. रांची के एक कारोबारी को कुछ माह पहले भी जान से मारने की धमकी श्रीवास्तव द्वारा दी गयी थी. इस गिरोह के अलावा सुजीत सिन्हा गिरोह, कुणाल गिरोह, दुबे गिरोह आदि सक्रिय हैं. विकास तिवारी को हजारीबाग से पलामू जेल में शिफ्ट किये जाने के बाद से इस गिरोह की गतिविधि में कमी देखी जा रही है.
लादू बाबू की हत्या से शुरू हुआ आपराधिक गुट का दौर
कोयला से होने वाले प्रदूषण के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर जून 2015 में लातेहार के चंदवा में समाजसेवी लादू बाबू की हत्या एक आपराधिक गिरोह ने दिनदहाड़े करा दी थी. इस हत्या के पीछे एक कोयला व्यवसायी का नाम आ रहा था. लेकिन पुलिस महकमे में उक्त व्यवसायी की पैठ के कारण वह बच निकला.
खुद रंगदारी मांगता है अमन श्रीवास्तव, हो सकता है गैंगवार
कोयला के बड़े कारोबारियों को अमन श्रीवास्तव लगातार फोन कर धमकी दे रहा है. वह कोयला के एक रैक के बदले 50 से 60 हजार रुपये की रंगदारी मांगता है. रंगदारी नहीं देने पर लोहरदाग के बड़कीचापी में कोयला साइडिंग पर शनिवार को श्रीवास्तव गिरोह ने पेलोडर जला दिया और फायरिंग की. फिर पर्चा छोड़ घटना की जिम्मेदारी ली.
इससे पूर्व लातेहार के फुलबसिया कोल साइडिंग पर भी इस गिरोह ने गोली चलवायी थी. 18 दिसंबर को रामगढ़ जिले के उरीमारी डीएवी स्कूल के पास हुई संजीव सिंह बघेल की हत्या के पीछे भी अमन श्रीवास्तव गिरोह का हाथ बताया जाता है. बघेल का संपर्क भोला पांडेय गिरोह से था. पांडेय और श्रीवास्तव गिरोह की दुश्मनी पुरानी है. दोनों ओर से कई लोगों की जान पहले भी जा चुकी है. अब फिर से गैंगवार की संभावना बढ़ गयी है.
टोरी साइडिंग फायरिंग में आया था सोनू अग्रवाल का नाम
अक्तूबर 2017 में टोरी साइडिंग में फायरिंग की घटना हुई थी. लेकिन खुले तौर पर किसी गैंग या उग्रवादी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली थी. हालांकि पत्र छोड़कर एक बड़े कोल व्यवसायी का नाम लिखा था कि इस क्षेत्र में सोनू अग्रवाल को छोड़ कर किसी और का काम नहीं होगा. लेकिन इस मामले में भी पुलिस के स्तर से की गयी कार्रवाई सामने नहीं आयी.
बता दें कि उग्रवादियों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के मामले में एनआइए ने छापेमारी की थी. इसमें सोनू अग्रवाल के दुर्गापुर और रांची के ठिकानों पर भी छापेमारी की गयी थी. मामले में एनआइए करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ चार्जशीट कर चुकी है. अन्य बिन्दुओं पर अभी जांच जारी है.

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