नयी दिल्ली : केरल में भीड़ ने एक आदिवासी युवक की पीट-पीटकर जान ले ली. घटना यहां के पलक्कड़ की है. इस युवक पर आरोप यह लगाया गया है कि उसने यहां की एक दुकान से कुछ सामान की चोरी की है. एक हफ्ते के दौरान केरल में भीड़ की पिटाई से मौत की यह तीसरी ऐसी घटना है. पिछले महीने पल्लीपुरम में एक मानसिक रूप से बीमार महिला की लोगों की पिटाई कर दी थी, जिससे उसकी मौत हो गयी थी.
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मीडिया की खबरों में यह बताया जा रहा है कि पहले लोगों ने 27 साल के इस आदिवासी युवक को बंधक बनाकर जमकर पिटाई की. फिर उसकी सेल्फी बनायी गयी और फिर उसके बाद उस सेल्फी को वायरल कर दिया गया. हालांकि, युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने घटना में शामिल सात हमलावरों की पहचान कर ली है, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं की गयी है.
पुलिस कहना है कि पीड़ित आदिवासी युवक पलक्कड़ गांव के पास ही जंगल में रहता था. उस पर यह आरोप है कि वह पेट भरने के लिए स्थानीय दुकानों से समान की चोरी किया करता था. माना जा रहा है कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था. गुरुवार को गांव के लोगों ने उसे पकड़ लिया और बंधक बनाकर घंटों तक पिटाई की. कुछ लोगों ने उस वक्त सेल्फी भी ली. शाम को किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. पुलिस ने उसको पकड़ा, तो उसने उल्टी की और बेहोश हो गया. इसके बाद उसे करीब शाम पांच बजे अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गयी.
पलक्कड़ के पुलिस प्रमुख प्रतीश कुमार ने बताया कि इस आदिवासी युवक को गांव वालों ने बुरी तरह पिटाई की है. हमने उन सात लोगों की पहचान कर ली है. युवक की मौत उस वक्त हुई, जिस वक्त वो पुलिस की हिरासत में था. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल, अप्राकृतिक मौत का केस दर्ज कर लिया गया है. हम हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने से पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद पहचान किये गये लोगों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी.
केरल में हफ्ते भर के दौरान यह तीसरी ऐसी घटना है, जब लोगों ने किसी व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला हो. पिछले महीने पल्लीपुरम में मानसिक रूप से बीमार महिला को लोगों ने पिटाई कर दी थी. इस दौरान उसके पैर भी जला दिये गये थे. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया था.