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258 कर्मियों के भरोसे 550 करोड़ का काम
विडंबना : कर्मचारियों की कमी के कारण भूमि संरक्षण विभाग पर बढ़ता जा रहा है काम का दबाव मनोज सिंह रांची : कृषि विभाग के अधीन संचालित भूमि संरक्षण विभाग पर काम का दबाव बढ़ता जा रहा है. यहां मुख्यालय से लेकर जिला तक सिर्फ 258 कर्मचारी व अधिकारी कार्यरत हैं, जबकि विभाग में कुल […]
विडंबना : कर्मचारियों की कमी के कारण भूमि संरक्षण विभाग पर बढ़ता जा रहा है काम का दबाव
मनोज सिंह
रांची : कृषि विभाग के अधीन संचालित भूमि संरक्षण विभाग पर काम का दबाव बढ़ता जा रहा है. यहां मुख्यालय से लेकर जिला तक सिर्फ 258 कर्मचारी व अधिकारी कार्यरत हैं, जबकि विभाग में कुल स्वीकृत पदों की संख्या 1026 है. 768 पद अभी भी रिक्त हैं. वहीं विभाग के पास चालू वित्तीय वर्ष में 550 करोड़ रुपये का काम है.कर्मियों की कमी के कारण विभागीय काम प्रभावित हो रहा है.
विभाग में कई पदों पर एक भी कर्मी कार्यरत नहीं है. विभाग में अमीन का काम महत्वपूर्ण होता है. अमीन के कुल 117 पद स्वीकृत हैं, लेकिन सिर्फ चार ही काम कर रहे हैं. वहीं क्षेत्र पर्यवेक्षक के 150 पद स्वीकृत हैं, लेकिन मात्र 30 काम कर रहे हैं. ज्ञात हो कि पिछले वित्तीय वर्ष में भूमि संरक्षण विभाग को डोभा बनाने का काम भी मिला था, लेकिन मैन पावर की कमी के कारण चालू वित्तीय वर्ष में विभाग ने डोभा निर्माण के काम से खुद को अलग रखा़
विभाग के पास पांच स्कीम
विभाग के पास अभी मूल रूप से पांच स्कीम हैं. विभाग द्वारा अभी दो हजार तालाब का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. इसमें निजी तालाब भी शामिल हैं. जल निधि योजना के तहत परकुलेशन टैंक के निर्माण के अलावा बोरिंग भी करायी जा रही है. अनुदान पर किसानों के बीच पंप सेट वितरण की योजना भी चलायी जा रही है. इसके साथ महिला स्वयं सहायता समूहों को कृषि यांत्रिकरण स्कीम का लाभ भी देना है. गांव में महिला स्वयं सहायता समूह को कृषि उपकरण देना है. सभी काम पंचायत स्तर पर होना है, जबकि विभाग के पास पंचायत स्तर पर कोई भी प्रतिनिधि नहीं है.
दूसरे विभागों का काम भी कर रहा है : भूमि संरक्षण विभाग का काम जल व भूमि संरक्षण के लिए काम करना है.भूमि की गुणवत्ता बनाये रखने में मदद करना है, लेकिन विभाग से मशीन व ट्रैक्टर वितरण के साथ-साथ भवन निर्माण का काम भी कराया जाता रहा है. अपना मूल काम छोड़ दूसरा कामकरने के कारण कई अधिकारी जांच के दायरे में आ गये हैं. कुछ वर्तमान और पूर्व अधिकारी एसीबी जांच का सामना भी कर रहे हैं.
क्या है स्थिति
पदनाम स्वीकृत कार्यरत
निदेशक एक एक
संयुक्त कृषि निदेशक (अभियंत्रण) एक एक
उप निदेशक (झास) एक शून्य
अवर सचिव एक शून्य
उप निदेशक दो दो
जिला भूमि संरक्षण सर्वेक्षण पदा सात पांच
सहायक निदेशक (सर्वे) दो दो
भूमि संरक्षण पदा 19 13
भूमि संरक्षण सर्वेक्षण पदा आठ छह
सहायक अभियंता एक एक
भू भौतिकी एक शून्य
अनुदेशक तीन शून्य
फॉरेस्ट रेंजर एक शून्य
सहायक प्रावैधिक पदा आठ एक
सहायक भूमि संरक्षण सर्वेक्षण पदा 19 दो
सहायक भूमि संरक्षण पदा 75 आठ
सहायक अनुमंडल पदा तीन शून्य
प्रशाखा पदा दो शून्य
सचिवालय सहायक दो शून्य
सांख्यिकी सहायक दो शून्य
निजी सहायक एक शून्य
कनीय अभियंता 22 14
अभियंता अधिदर्शक एक शून्य
सहायक तकनीकी पदाधिकारी तीन शून्य
प्रधान लिपिक 10 शून्य
टंकक एक शून्य
दिनचर्या लिपिक एक शून्य
लिपिक 85 47
आशुटंकक पांच शून्य
कंप्यूटर ऑपरेटर एक शून्य
क्षेत्र पर्यवेक्षक 150 30
फील्ड मैन तीन शून्य
प्रारूपक सात शून्य
सर्वेक्षक 68 दो
अनुरेखक तीन दो
अमीन 117 चार
जीप चालक 227 आठ
नील चित्रक तीन शून्य
माली एक एक
प्रयोगशाला लेखक पांच शून्य
मिट्टी नमूनक एक शून्य
मासिक मजदूर पांच एक
मिट्टी मजदूर एक शून्य
क्लीनर पांच एक
पदचर 106 26
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