प्रतिनिधि, डकरा/पिपरवार.
एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार व टंडवा सीओ विजय दास ने गुरुवार को देर रात पिपरवार कोयलांचल क्षेत्र के जिबनातरी गांव में छापेमारी कर 10 हजार सीएफटी बालू जब्त किया है. छापेमारी में तीन हाइवा और एक जेसीबी मशीन भी जब्त की गयी है. छापेमारी के बाद बालू तस्करी से जुड़े सिंडिकेट में हड़कंप मच गया है. बालू तस्करी में शामिल लोग अपने ट्रैक्टर, टर्बो व हाइवा को छुपा दिये हैं. तस्करी का किंगपिन गायब हो गया है. जिनके वाहन पकड़े गये हैं, वैसे लोग हिसाब मांग रहे हैं जो पूरी व्यवस्था को मैनेज करके काम करने की गारंटी देकर वाहन चलवा रहे थे. सूत्र बताते हैं कि त्वरित कार्रवाई के बाद बालू तस्करों की कमर टूट गयी है. आसपास के थाना क्षेत्रों में भी काम करनेवाले लोग डर से बालू का धंधा बंद कर दिये हैं.तस्वीरें दिखाने पर हुई कार्रवाई :
पिपरवार काेयलांचल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हो रही बालू की तस्करी की प्रभात खबर द्वारा तस्वीरें लेने व दिखाने और संबंधित अधिकारियों से मामले में पूछताछ करने के बाद त्वरित कार्रवाई की गयी. तस्वीरें देखने के बाद अधिकारी भी कार्रवाई करने को विवश हो गये और गुरुवार की देर रात जिबनातरी गांव में बालू तस्करों के खिलाफ छापेमारी की. गौरतलब हो कि जिबनातरी गांव के अलावे भी कई जगहों पर बालू का स्टॉक रखा गया है.बाद में दी गयी पिपरवार पुलिस को सूचना :
टंडवा सीओ विजय दास ने टंडवा पुलिस को साथ लेकर लगभग डेढ़ बजे रात को छापेमारी की. जिबनातरी गांव तक पहुंचने के पहले सभी वाहनों के हेडलाइट बंद कर सिर्फ फाॅग लाइट जलाकर टीम पहुंची. टंडवा पुलिस किसी भी तरह का प्रोटेस्ट को झेलने की तैयारी करके गयी थी. जब वाहन जब्त करये गये तब पिपरवार पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी. इस बीच तस्करों ने पूरे मामले को मैनेज करने का हर दावं चला, लेकिन वे सफल नहीं हो सके. टंडवा सीओ ने जिस तरह से पिपरवार पुलिस को बगैर जानकारी दिये कार्रवाई की है, उससे पिपरवार पुलिस की भूमिका को लेकर खूब चर्चा हो रही है.सीओ-एसडीपीओ को भी मैनेज कर लो :
छापेमारी के बाद वाहन मालिकों की परेशानी बढ़ गयी है. इनमें कुछ लोग कल्याणपुर में रहनेवाले किंगपिन को फोन कर नाराजगी जता रहे थे. गुस्से में कह रहे थे कि हम बोलते थे कि सीओ-एसडीपीओ साहब को भी मैनेज कर लो, लेकिन नहीं सुने, तो देख लिया न नतीजा? उधर से भी कहा जा रहा था कि सबका बहुत बड़ा मुंह है, सबको बांट देंगे तो हमलोग काहे काम करेंगे. वहीं कुछ ऐसे लोग जो बीच-बचाव करने में लगे हुए हैं वैसे लोगों ने बताया कि काम का आदेश ऊपर से आया हुआ है, इसलिए चिंता नहीं करना है. सब ठीक हो जायेगा.हर महीने दस लाख की वसूली :
कुछ लोग पुलिस के नाम पर प्रति हाइवा महीने में 22 हजार, टर्बो 15 हजार ट्रैक्टर से 13 हजार रुपये की वसूली करते हैं. इस काम में अलग-अलग घाट का जिम्मा अलग-अलग लोगों को दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि 10 हाइवा, 50 ट्रैक्टर और कुछ टर्बो इस काम में लगे हुए हैं. ट्रैक्टर का काम नदी से स्टाॅक तक बालू लाना है. इसके लिए उन्हें रात के अंधेरे में कई ट्रिप करने की छूट रहती है. जेसीबी मशीन से हाइवा और टर्बो में बालू लोड कर भाया डकरा-खलारी व राय-बुढ़मू होते हुए रांची जाती है.सुभाषनगर और बरवाटांड़ से भी निकल रहा है हाइवा :
खलारी थाना क्षेत्र के सुभाषनगर और बरवाटांड़ से भी बालू हाइवा और टर्बो से निकाला जा रहा है. दोनों जगहों पर बड़ा स्टाॅक भी बनाया गया है. इसके लिए जंगल काटकर नदी तक रास्ता बनाया गया है. इन दोनों जगहों से हो रहे बालू की तस्करी से आसपास के लोग परेशान हैं.जिबनातरी गांव में एसडीपीओ व टंडवा सीओं ने की छापेमारी
23 डकरा 01, छापेमारी दल में शामिल लोग.
23 डकरा 02, जब्त हाइवा और जेसीबी.
23 डकरा 04, बालू का विशाल भंडार.B
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