फोटो फाइल संख्या 1 कुजू ए: सीसीएल कुजू क्षेत्र कुजू. सीसीएल मुख्यालय से सीसीएल कुजू को वित्तीय वर्ष 2024-25 में मिले लक्ष्य संतोषजनक रहा. वर्ष 2024-25 में सीसीएल कुजू क्षेत्र को कोयला उत्पादन के लिए 22 लाख टन मीट्रिक का लक्ष्य मिला था. जिसमें 18 लाख 28 हजार 208 मिट्रिक टन कोयला ही उत्पादन में सफल रही. जबकि ओबीआर में 2024-25 में 45 लाख क्यूबिक मीटर निकालने का लक्ष्य मिला था. जिसमें क्षेत्र ने 31 लाख 25 हजार 828 क्यूबिक मीटर ही निकाल सका. हालांकि इस बार करमा परियोजना क्षेत्र ने मिले 10 लाख लक्ष्य को पार करते हुए 2 हजार टन मिट्रिक ज्यादा किया. जबकि तोपा परियोजना को मिले 9 लाख टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य मिला था. जिसमें 7 लाख 125 मिट्रिक ही उत्पादन कर सका. जबकि सारूबेड़ा परियोजना को मिले 3 लाख मीट्रिक टन में 1 लाख 26 हजार 83 कोयला उत्पादन किया. जबकि ओबीआर में करमा परियोजना को मिले 20 लाख लक्ष्य में 16 लाख 43 हजार 135 हासिल किया. जबकि करमा ने 20 लाख लक्ष्य में 11 लाख 36 हजार 663, सारूबेड़ा ने 5 लाख में 3 लाख 46 हजार 135 क्यबिक मीटर हासिल किया. जबकि कुजू क्षेत्र ने मिले 22 लाख के लक्ष्य में 12 लाख 30 हजार 894 मिट्रिक टन ही डिस्पैच कर पाया. 2025-26 के लिए सीसीएल कुजू क्षेत्र को मिला लक्ष्य सीसीएल कुजू क्षेत्र को 2025-26 के लिए सीसीएल मुख्यालय द्वारा कोयला उत्पादन में 26 लाख 90 हजार मिट्रिक टन दिया गया है. वहीं ओबीआर में 55 लाख क्यूबिक मीटर दिया गया है. कोयला उत्पादन में तोपा परियोजना को 8 लाख, करमा परियोजना को 11 लाख 90 हजार, सारूबेड़ा परियोजना को 5 लाख, आरा परियोजना को 2 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है. वहीं ओबीआर में तोपा परियोजना को 20 लाख, करमा परियोजना को 20 लाख, सारूबेड़ा परियोजना को 10 लाख, आरा परियोजना को 5 क्यूबिक मीटर निकानले का लक्ष्य शामिल है. 2022-23 से बेहतर रहा 2024-25 का लक्ष्य प्रदर्शन सीसीएल कुजू क्षेत्र ने इस बार 2022-23 के मुकाबले 8.6 प्रतिशत अधिक कोयला उत्पादन किया है. जबकि ओबीआर में 45.5 प्रतिशत अधिक हासिल किया. वहीं डिस्पैच में 20 प्रतिशत कम हासिल किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

