:मजदूर हित में संघ की मांगों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग उरीमारी. सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को बरका-सयाल जीएम ऑफिस के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की. अध्यक्षता क्षेत्रीय अध्यक्ष हरिनाथ महतो ने की. वक्ताओं ने मजदूरों की समस्याओं व सुविधाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि मजदूर हित में संघ की मांगों पर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए. प्रदर्शन के बाद केंद्रीय कोयला मंत्री व कोयला सचिव के नाम 17 सूत्री मांग पत्र स्थानीय जीएम को सौंपा गया. मांग पत्र में अंडरग्राउंड खदानों में मैनराइडर व शौचालय, सभी खदानों में पीने के पानी की व्यवस्था, नियमित गैर-अधिकारी कर्मियों की भर्ती, नियमित कर्मचारियों की न्यूनतम 50 प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने, सभी ठेका मजदूरों को एचपीसी वेजेस, सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा, आवास, जॉब सुरक्षा, बोनस व सीएमपीएफ भुगतान सुनिश्चित करने, सुरक्षा नियमों का शत-प्रतिशत पालन, सीएमपीएफ संगठन का सुचारू रूप से संचालन, सभी कंपनियों में मल्टी-स्पेशालिटी अस्पताल का निर्माण, सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए सीपीआरएमएस स्कीम में कैशलेस इलाज व स्मार्ट कार्ड की सुविधा, महिला कर्मियों के लिए आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता, एमडीओ शेयरिंग पर रोक लगाने, भूमि अधिग्रहण पॉलिसी में सुधार, एपेक्स जेसीसी, वेलफेयर, सेफ्टी कमेटी की नियमित बैठक करने की मांगें शामिल हैं. मांगों का समाधान नहीं होने पर होगा आंदोलन : महामंत्री शशिभूषण सिंह ने कहा कि कोयला उद्योग में पिछले 50 वर्षों से मजदूरों ने देश को ऊर्जा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, लेकिन आज ठेका प्रथा, आउटसोर्सिंग व एमडीओ प्रणाली को बढ़ावा दिया जा रहा है. यदि मांगों पर अविलंब पहल नहीं की गयी, तो आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा. संचालन क्षेत्रीय सचिव शंभु सिंह ने किया. मौके पर शिवशंकर सिंह, श्रीकांत गुप्ता, भवानी प्रसाद, जेपी अग्रवाल, लक्ष्मी प्रसाद, नौशाद आलम, अनिल पासवान, दिनेश मुंडा, संतोष पांडेय, सुभाष चंद्र ओझा उपस्थित थे.
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