घटना के बाद सदमे में हैं रवींद्र के परिजन, मुआवजा को लेकर घटनास्थल पर जमे हैं ग्रामीण सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार रजरप्पा. रजरप्पा थाना क्षेत्र के भुचूंगडीह स्थित अवैध खदान में लगी आग अब भयावह हो गयी है. अंदर ही अंदर आग गांव की ओर बढ़ रही है. आग बुझाने के कार्य में लगे गोला थाना क्षेत्र के खोखा निवासी मजदूर रवींद्र महतो की खदान में लगी आग में समा जाने के बाद ग्रामीणों में दहशत है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले लगभग एक माह से यहां आग लगी हुई है, लेकिन अब तक आग को बुझाया नहीं जा सका है. आग को बुझाने की जिम्मेवारी जिला प्रशासन ने सीसीएल को दी है. सीसीएल ने एक ठेकेदार को आग बुझाने का काम दिया है. ठेकेदार द्वारा काम कराने के दौरान एक मजदूर की जमीन धंसने से मौत हो गयी. ग्रामीणों का कहना है कि आग लगने के बाद सीसीएल प्रबंधन व जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया है और ना ही कोई घेराबंदी की गयी है. अब तक यह भी नहीं पता लगाया जा सका है कि आग की लपट अंदर ही अंदर कहां तक पहुंची है. इसके कारण ग्रामीणों ने अब अगलगी क्षेत्र में जाना बंद कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि लोग नदी जाने के साथ-साथ मवेशी चराने उस ओर जाते थे, लेकिन अब उस ओर नहीं जा रहे हैं. सूचना के बाद घटनास्थल पहुंचे विधायक, डीसी और एसपी, ली जानकारी : घटना की सूचना मिलने के बाद मंगलवार देर रात रामगढ़ विधायक ममता देवी, उपायुक्त चंदन कुमार, एसपी डॉ अजय कुमार सहित कई अधिकारी घटनास्थल पहुंचे. अधिकारियों ने यहां रेस्क्यू को लेकर हो रहे कार्य का जायजा लिया. भूमिगत आग को बुझाने में लगे मजदूर रवींद्र महतो की मौत की आशंका पर जिला प्रशासन ने सरकारी प्रावधान के तहत परिजनों को लाभ देने की बात कही है. इसमें पारिवारिक हित लाभ योजना, आवास योजना, सरकारी प्रावधान के अनुसार उचित मुआवजा, प्राथमिकता के आधार पर जिला में कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर बहाली एवं दस वर्ष की बच्ची का कस्तूरबा विद्यालय में नामांकन व सीसीएल के अंतर्गत दुर्घटना के कारण मृत्यु होने पर मिलने वाले लाभों के समकक्ष लाभ दिलाने का प्रयास किया जायेगा. मौके पर एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, कांग्रेस नेता शहजादा अनवर, राजेंद्रनाथ चौधरी, मानिक पटेल आदि उपस्थित थे. आठ घंटे से बिजली आपूर्ति ठप, लोग परेशान : घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार दोपहर रजरप्पा प्रोजेक्ट स्थित सब स्टेशन की बिजली काट दी. इससे रजरप्पा क्षेत्र के अलावा यहां से बिजली आपूर्ति होने वाले गांव सांडी, मायल, भुचूंगडीह, चिलमटुंगरी, जोराकाठ में अंधेरा है. रात 8:30 तक बिजली नहीं आयी थी. समाचार भेजे जाने तक बिजली आपूर्ति ठप थी. विभिन्न दल के नेता पहुंचे, नौकरी व मुआवजा देने की मांग की : घटना के बाद दूसरे दिन रामगढ़ के जिला सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर चौधरी, प्रीतम झा, विक्की महतो, सोनू कुमार, आजसू के जिलाध्यक्ष दिलीप दांगी, पीयूष चौधरी, राजू महतो, हर्ष चौधरी, जेएलकेएम के केंद्रीय महामंत्री संतोष चौधरी, जिलाध्यक्ष देवानंद महतो, सुधीर अकेला, अनवर अंसारी, अशोक चक्रपाणि, पवन कुमार, सुजीत महतो घटनास्थल पहुंचे. नेताओं ने कहा कि यह घटना दुखद है. मजदूर के परिजनों को नौकरी और उचित मुआवजा मिलना चाहिए. प्रभात खबर ने उठाया था झरिया वाला मुद्दा : बताते चले कि प्रभात खबर में 23 अप्रैल को झरिया में हुई अगलगी की घटना का जिक्र किया था. इसमें कहा गया था कि भुचूंगडीह की अवैध खदान में लगी आग धीरे-धीरे अंदर ही अंदर बढ़ रही है. अगर समय रहते आग पर काबू नहीं पाया गया, तो यहां बड़ी घटना हो सकती है. आग कहां तक फैली हुई है, इसका अंदाजा यहां काम कर रहे मजदूरों को नहीं था. इसके कारण यहां अवैध खदान में लगी आग को बुझाने का काम कर रहा मजदूर काल के गाल में समा गया.
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