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विनीता की गैंगरेप के बाद भुरकुंडा में हत्या
हत्या के बाद सौंदा दोमुहान में गाड़ दिया था शव भुरकुंडा : रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली विनीता लकड़ा की हत्या के बाद हत्यारों ने उसके शव को भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सौंदा दोमुहान में दामोदर नद के समीप जंगल में गाड़ दिया था. यह मामला दो माह पूर्व अक्तूबर माह का […]
हत्या के बाद सौंदा दोमुहान में गाड़ दिया था शव
भुरकुंडा : रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली विनीता लकड़ा की हत्या के बाद हत्यारों ने उसके शव को भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सौंदा दोमुहान में दामोदर नद के समीप जंगल में गाड़ दिया था.
यह मामला दो माह पूर्व अक्तूबर माह का है. बताया जाता है कि हत्यारों ने विनीता को मारने से पहले उसके साथ गैंगरेप भी किया था. विनीता की हत्या व गैंगरेप में चार लोग शामिल थे. इसमें चुन्नू महली, बिरसा उरांव व दीपक को पुलिस ने पकड़ लिया है.
महली नामक चौथा आरोपी पुलिस की पकड़ से अब भी बाहर है. पकड़े गये हत्यारों ने पूरे मामले का खुलासा गोंदा पुलिस के समक्ष कर दिया है. आरोपियों ने बताया कि उनलोगों ने पहले पंडरा पिस्का मोड़ निवासी अविनाश सिंह की कांके डैम में हत्या की थी. यह मामला अक्तूबर 2017 का है. उस वक्त मौके पर विनीता भी मौजूद थी, जिसका अविनाश के साथ अफेयर था. विनीता की गतिविधियों के कारण हमलोगों को हत्या का राज खुलने का भय सताने लगा.
इसके कारण विनीता की हत्या करनी पड़ी. विनीता का शव भुरकुंडा क्षेत्र में ठिकाने लगाने के मामले पर उसने पुलिस को बताया कि सीसीएल सौंदा क्षेत्र में उसका एक रिश्तेदार रहता है, जो नौकरी में है. उसके यहां वह अक्सर आता-जाता था. वह इस इलाके से परिचित था. यही वजह रही कि शव को सौंदा दोमुहान के जंगल में ठिकाना लगाया गया. रांची की गोंदा पुलिस मंगलवार को विनीता का शव निकालने के लिए एक आरोपी चुन्नू महली को साथ लेकर भुरकुंडा पहुंची थी.
यहां पहुंच कर पुलिस ने शव गाड़े जाने वाले स्थल की पहचान की. इसके बाद शव निकालने के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गयी. देर शाम को मजिस्ट्रेट उपलब्ध करा दिया गया था. बताया गया कि बुधवार सुबह शव को निकाला जायेगा. इधर, इस मामले पर रामगढ़ एसपी किशोर कौशल ने बताया कि विनीता अविनाश मर्डर की चश्मदीद थी. इसके कारण उसकी हत्या कर दी गयी.
ऐसे सुलझी डबल मर्डर की गुत्थी
विनीता लकड़ा गोंदा थाना क्षेत्र के चर्चित अविनाश सिंह मर्डर की चश्मदीद थी. बताया गया कि अविनाश की कांके डैम में डूबने से मौत हो गयी थी. इसमें पुलिस ने पहले यूडी केस दर्ज किया था.
बाद में अविनाश के परिजनों ने हत्या का संदेह जताया. इसके बाद पुलिस नये सिरे से केस के छानबीन में जुट गयी. छानबीन के क्रम में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. चार में से तीन आरोपियों को पकड़ने में पुलिस कामयाब हुई. इसके बाद एक मर्डर केस को सुलझा रही गोंदा पुलिस के सामने अचानक दूसरे मर्डर व गैंगरेप का मामला खुल गया.
दिल्ली में काम करती थी विनीता
विनीता लकड़ा दिल्ली में रह कर घरों में कामकाज करती थी. घटना से कुछ समय पूर्व उसे दिल्ली से रांची बुलाया गया था. विनीता अविनाश समेत उक्त सभी आरोपियों से निजी तौर पर परिचित थी. हत्या के केंद्र बिंदु में विनीता ही थी. पुलिस सूत्रों की मानें, तो हत्यारों ने विनीता के सहारे ही अविनाश को कांके डैम बुलवाया था. इसके बाद विनीता के सामने ही उसे मार डाला. बाद में विनीता को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.
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