Jharkhand Crime News: झारखंड के पलामू जिला स्थित मेदिनीनगर नगर निगम के वार्ड नंबर 25 में अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां बहू निशा कुमारी (वार्ड पार्षद) की जगह चचेरा ससुर दिलीप कुमार दिलू वार्ड पार्षद के रूप में काम करते हैं. इन्होंने वार्ड पार्षद बहू के सारे कागजात अपने पास रख लिए हैं और वार्ड पार्षद का काम खुद करते हैं. पार्षद बहू का फर्जी हस्ताक्षर करते हैं. मुंह खोलने पर निशा को जान से मारने की धमकी भी देते हैं. सदर थाना में शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुट गयी है.
ससुर कर रहे वार्ड पार्षद का काम
पलामू जिले के मेदिनीनगर नगर निगम की वार्ड पार्षद निशा कुमारी के सभी कागजात उनके चेचेरे ससुर के कब्जे में है. यहां तक कि वार्ड पार्षद का काम भी बहू की जगह ससुर ही करते हैं. आरोप है वार्ड पार्षद तक न तो नगर निगम की बैठक की सूचना पहुंच पाती है और न ही कोई दस्तावेज पर उनका हस्ताक्षर ही होता है. कहा जाता है कि उनके फर्जी हस्ताक्षर कर उनके चचेरा ससुर दिलीप कुमार दिलू वार्ड का काम करते हैं. यह मामला मेदिनीनगर नगर निगम के वार्ड नंबर 25 का है. वार्ड पार्षद निशा ने इस मामले को लेकर शहर थाना में लिखित शिकायत की है, जिसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है.
चचेरे ससुर की कारस्तानी
वार्ड पार्षद निशा का आरोप है उनके पति अविनाश कुमार के नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना स्वीकृत हुई है. आवास निर्माण के लिए जो राशि मिली है, उसे भी हड़पने का आरोप है. निशा का कहना है जब वह अपने हक की बात करती है तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती है. मेदिनीनगर नगर निगम के चुनाव को लगभग चार साल होने को हैं, पर निशा ने अब तक बोर्ड की बैठक में भाग तक नहीं लिया है और ना ही उसे वार्ड के विकास योजना की जानकारी दी जाती है.
अजब-गजब तर्क
इधर, अपने ऊपर लगे आरोपों के जवाब में दिलीप कुमार दिलू का कहना है कि वार्ड 25 के लोगों ने उनके नाम पर निशा कुमारी को वोट दिया था. इसलिए जनता की आशा अपेक्षा के अनुरूप काम करने की जिम्मेदारी उन पर है. इसलिए वह वार्ड का काम करते हैं. इसमें गलत क्या है?
रिपोर्ट : अजीत मिश्रा