Advertisement
सदर प्रखंड में मनरेगा के प्रावधानों का उल्लंघन
मनरेगा के तहत डोभा निर्माण में अनियमितता बरतने का आरोप उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की मेदिनीनगर : राज्य सरकार जल संचयन व संरक्षण के लिए बड़े पैमाने पर मनरेगा के तहत डोभा का निर्माण कराया है. पलामू में मनरेगा के तहत डोभा निर्माण व अन्य कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है. […]
मनरेगा के तहत डोभा निर्माण में अनियमितता बरतने का आरोप
उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की
मेदिनीनगर : राज्य सरकार जल संचयन व संरक्षण के लिए बड़े पैमाने पर मनरेगा के तहत डोभा का निर्माण कराया है. पलामू में मनरेगा के तहत डोभा निर्माण व अन्य कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है.
पलामू जिले के सदर प्रखंड मेदिनीनगर को उदाहरण के रूप में लिया जा सकता है. इस प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा के तहत डोभा निर्माण, कूप निर्माण व आहर-तालाब मरम्मत कार्य में मनरेगा के प्रावधानों का खुल्लम-खुला उल्लंघन किया गया है. मनरेगा के तहत इस प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में जो निर्माण कार्य कराये गये हैं, उसमें काफी गड़बड़ी की गयी है.
डोभा निर्माण व अन्य मनरेगा के तहत कार्यों की जांच करायी जाये, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आयेंगे. राज्य सरकार ने मनरेगा के तहत डोभा निर्माण व अन्य मिट्टी कार्य के लिए 30 जून तक का समय निर्धारित किया था. लेकिन सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक सदर प्रखंड क्षेत्र में जुलाई व अगस्त माह में भी डोभा, कूप निर्माण व आहर मरम्मत का कार्य हुआ है. इन कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराने की जरूरत है, ताकि हकीकत सामने आ सके.
सदर प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा के तहत डोभा, कूप व आहर मरम्मत का कार्य मूसलाधार बारिश में भी हुआ है. यह खुलासा प्रखंड के सरकारी रिपोर्ट से हुआ है. जानकारी के मुताबिक जुलाई माह में चार, पांच, 15 तथा अगस्त माह में 12,18 व 23 तारीख को पूरे झारखंड में मूसलाधार बारिश हुई थी.
लेकिन इस स्थिति में भी सदर प्रखंड के कई जगहों पर मजदूरों ने काम करने का रिपोर्ट दिखाया है. मस्टर रॉल का अध्ययन करने से पूरी स्थिति स्पष्ट हो जायेगी. मौसम विभाग के रिपोर्ट के मुताबिक चार जुलाई को 80, पांच को 70, 15 को 90, 12 अगस्त को 150, 18 को 66, व 23 अगस्त को 60 मिमी बारिश हुई थी. लेकिन मस्टर रॉल के मुताबिक मेदिनीनगर सदर प्रखंड के रजवाडीह गांव में राजहरा आहर मरम्मत, कूप निर्माण व डोभा निर्माण में मजदूरों ने काम किया. अवधेश तिवारी की खेत में कूप निर्माण व डोभा निर्माण, वासुदेव साव व परीखा साव के खेत में डोभा निर्माण का कार्य दिखाया गया है.
मस्टर रॉल का यह रिपोर्ट आश्चर्यजनक है. भारी बारिश से जहां पूरे झारखंड में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. कई जगहों पर आहर, बांध, पुल, पुलिया टूट गये थे, नदी-नाले उफान पर थे, वहीं मजदूरों द्वारा मिट्टी वर्क किया जाना आश्चर्यजनक है ही. मस्टर रोल के मुताबिक अवधेश तिवारी के खेत में 29 जून से पांच जुलाई तक लगातार डोभा निर्माण का कार्य हुआ, इसमें वीरेंद्र तिवारी, दिलवंती देवी, अजीत तिवारी, नीरा देवी आदि मजदूरों ने काम किया.
वहीं परीखा साव के खेत में बन रहे डोभा में 13 जुलाई से 19 जुलाई तक बबन साव, शीला देवी, अशरफी साव, चंद्रावती देवी, चंद्रकांत पांडेय ने काम किया. अवधेश तिवारी के खेत में कूप निर्माण का कार्य एक जुलाई से 14 जुलाई तथा 20 अगस्त से 26 अगस्त तक किये जाने का मस्टर रोल तैयार किया गया है. जबकि चार व पांच जुलाई तथा 18 व 23 अगस्त को काफी बारिश हुई थी. इसी तरह राजहरा आहर मरम्मत में 17 जुलाई से 23 जुलाई तक काम दिखाया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement